NCERT Solutions for Class 9 नागरिक शास्त्र || NCERT Solutions for Class 9 Civics || Class 9 नागरिक शास्त्र Chapter 3 चुनावी राजनीति Questions Answers || NCERT Solutions Hindi Medium
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NCERT Solutions for Class 9 नागरिक शास्त्र
NCERT Solutions for Class 9 नागरिक शास्त्र Chapter 3 चुनावी राजनीति Questions Answers
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- अभ्यास
- V.V.I MCQ (30)
अध्याय 3:चुनावी राजनीति ( Electoral Politics )
अतिलघु प्रश्न उत्तर 2 अंक
1.) 1982 से 1987 के मध्य हरियाणा में किस पार्टी का शासन था ?
उत्तर:- काँग्रेस पार्टी का।
Q2.) लोकदल नामक राजनीतिक पार्टी की नींव किसने और कब रखी ?
उत्तर:- चौधरी देवी लाल ने, 1987 ई० को।
Q3.) 1987 में हरियाणा में किसने अपनी सरकार बनाई ?
उत्तर:- चौधरी देवीलाल ने लोकदल और बी० जे० पी० ने मिल कर सरकार बनाई।
Q4.) 1991 में हरियाणा में किस दल ने अपनी सरकार बनाई।
उत्तर:- काँग्रेस ने।
Q5.) चुनाव से हमारा क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:- चुनाव वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा लोग प्रजातंत्र में अपने प्रतिनिधि चुनते हैं।
Q6.) अपनी उचित अवधि के पश्चात् चुनाव होना क्यों आवश्यक है ?
उत्तर:- चुनावों का अपने उचित समय पर निरन्तर होते रहना बड़ा आवश्यक है क्योंकि इससे कोई भी सरकार तानाशाह बनने की चेष्टा नहीं करती।
Q7.) निर्वाचन क्षेत्र से आपका क्या अभिप्राय है ?
उत्तर:- एक निश्चित क्षेत्र जिसमें से मतदाता अपना प्रतिनिधि चुनते हैं उसे निर्वाचन क्षेत्र कहते हैं।
Q8.) मतदाता सूची किसे कहते है ?
उत्तर:- मतदान की योग्यता रखनेवाले लोगों की सूची को मतदाता सूची या वोटर लिस्ट कहा जाता है।
Q9.) फोटो पहचान-पत्र क्या होता है ?
उत्तर:- हर एक मतदाता को एक पहचान-पत्र दिया जाता है ताकि चुनाव के समय ठीक मतदाता की पहचान हो सके और किसी एक का वोट दूसरा न डाल सके।
Q10.) मत-पत्र क्या होता है ?
उत्तर:- मत-पत्र कागज का एक छोटा-सा टुकड़ा होता है जिसपर सभी उम्मीदवारों के नाम और चुनाव चिह्न छपे हुए होते हैं ताकि उस पर मोहर लगाकर वोटर अपनी पसंद जाहिर कर सके।
Q11.) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन क्या होती है ?
उत्तर:- इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन ऐसा वोट डालने का नया यंत्र है। जिसका प्रयोग करके मतदाता अपनी पसंद जाहिर कर सकता है। मशीन के ऊपर उम्मीदवारों के नाम और उसके चुनाव चिह्न बने होते है। मतदाता को जिस उम्मीदवार को वोट देना होता है तो वह उसके सामने लगे बटन को दबा देता है। इस तरह उसका वोट दर्ज हो जाता है।
Q12.) चुनाव कब निष्पक्ष और स्वतंत्र गिने जाते हैं ?
उत्तर:- चुनाव तब निष्पक्ष और स्वतंत्र गिने जाते हैं जब मतदाता को अपनी इच्छा से स्वतंत्र रूप से वोट डालने दिया जाता है।
Q13.) चुनावी धांधली से आपका क्या अभिप्राय है ?
उत्तर:- चुनाव में अपने वोट बढ़ाने के लिए विभिन्न उम्मीदवारों और पार्टियों द्वारा की जानेवाली गड़बड़ी को चुनावी धांधली का नाम दिया जाता है।
Q14.) सीट का क्या अर्थ है ?
उत्तर:- सीट का अर्थ सदस्यों से हैं। एक सीट एक प्रतिनिधि द्वारा भरी जाती है, जो संसद में संसद सदस्य और विधानसभा में M.L.A. होता है।
Q15.) संसदीय क्षेत्र क्या हैं ?
उत्तर:- पूरा देश 543 क्षेत्रों में बाँटा गया है। इसमें से प्रत्येक को संसदीय क्षेत्र कहा जाता है। हर निर्वाचन क्षेत्र से एक प्रतिनिधि चुना जाता है।
Q16.) ‘अप्रत्यक्ष चुनाव’ का क्या अर्थ है ?
उत्तर:- वह चुनाव जिसमें जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि पुनः चुनाव करते हैं। राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष चुनाव है। इसमें जनता संसद सदस्य चुनती है तथा संसद सदस्य राष्ट्रपति को चुनते हैं।
Q17.) किन-किन राज्यों में लोकसभा के 30 से ज्यादा निर्वाचन क्षेत्र हैं ?
उत्तर:- वे राज्य जिनमें लोकसभा सीटों की संख्या 30 से अधिक हैं- आंध्रप्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश तथा पश्चिम बंगाल ।
Q18.) चुनाव क्यों होते हैं ?
उत्तर:-
(क) चुनाव लोगों को सरकार के कामकाज का फैसला करने का अवसर देते हैं।
(ख) लोग चुनाव में अपनी पसंद के उम्मीदवार का चुनाव करते हैं।
(ग) लोग चुनाव से अपनी पसंद की नीतियाँ बना सकते हैं।
Q19.) कुछ राज्यों में निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या ज्यादा क्यों है ?
उत्तर:- इन राज्यों में अधिक आबादी के कारण मतदाताओं की संख्या बहुत ज्यादा है। अतः, इनके लिए आबंटित सीटों की संख्या ज्यादा है।
Q20.) चुनाव आयोग के पास इतनी शक्ति क्यों है ? क्या यह लोकतंत्र के लिए अच्छा है?
उत्तर:- चुनाव को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष कराने के लिए चुनाव आयोग के पास इतनी शक्ति होती है। निश्चय ही, लोकतंत्र के लिए अच्छा है।
Q21.) क्या चुनाव जीतने के लिए यह जरूरी है कि किसी व्यक्ति को डाले गए मतों में से आधे से अधिक मत मिलें ?
उत्तर:- नहीं, जो उम्मीदवार संबंधित क्षेत्र में सर्वाधिक मत प्राप्त करता है, उसे ही विजयी घोषित किया जाता है।
Q22.) अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र पूरे देश में बिखरे हैं या कुछ इलाकों में इनकी संख्या ज्यादा है ?
उत्तर:- अनुसूचित जाति जनजाति के लिए निर्वाचन क्षेत्र उनकी आबादी के वितरण के आधार पर आरक्षित किए गए हैं। अतः, इनके लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र पूरे देश में समान रूप से वितरित नहीं हैं, बल्कि कुछ क्षेत्रों में इनके निर्वाचन क्षेत्र अधिक हैं तो कुछ में कम।
Q23.) ‘चुनाव चिह्न’ क्या होते हैं ? इन्हें कौन प्रदान करता हैं ?
उत्तर:- प्रत्येक राजनैतिक दल का अपना चुनाव चिह्न होता है। चुनाव चिह्न चुनाव आयोग देता है। जैसे- काँग्रेस (इ) का चुनाव चिह्न ‘हाथ’ तथा भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिह्न ‘कमल का फूल’ है।
Q24.) चुनाव अभियान का क्या अर्थ है ?
उत्तर:- नामांकन वापस लेने की तिथि के बाद चुनाव प्रचार आरंभ हो जाता है, जिसे चुनाव अभियान कहा जाता है। चुनाव प्रक्रिया का यह भाग निर्णायक होता है। उम्मीदवार मतदाताओं को अपने पक्ष में लेने का प्रयास करता हैं। चुनाव अभियान के दौरान नेताओं के भाषण, जलसे, पोस्टर, संभाएँ तथा घर-घर जाकर प्रचार किया जाता है।
Q25.) ‘चुनाव-घोषणा पत्र’ का क्या अर्थ हैं ?
उत्तर:- चुनावों के समय सभी राजनैतिक दल अपना भावी कार्यक्रम जनता के सामने प्रस्तुत करते हैं। यह कार्यक्रम तथा नीतियाँ इस दल का चुनाव घोषणा-पत्र कहलाती हैं। इससे जनता को विभिन्न दलों की नीतियों तथा कार्यक्रमों का पता चल जाता है।
Q26.) ‘चुनाव याचिका’ का क्या अर्थ है ?
उत्तर:- चुनाव में हारा हुआ कोई भी उम्मीदवार न्यायालय में याचिका दायर कर सकता है कि उसकी हार का कारण उसके प्रतिद्वन्द्वी द्वारा चुनाव में गलत तरीकों का प्रयोग किया जाना था। चुनाव याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय अन्तिम माना जाता है।
Q27.) आचार संहिता क्या है ?
उत्तर:- चुनाव के समय पार्टियों और उमीदवारों द्वारा माने जाने वाले चुनाव आयोग के कायदे-कानून और दिशा-निर्देश कसे आचार संहिता कहते हैं।
Q28.) मतपत्र किस स्थिति में रद्द किया जाता है ? दो कारण बताएँ।
उत्तर:- (क) जब कोई मतदाता एक मतपत्र पर दो या उससे अधिक उम्मीदवारों के नामों के आगे चिह्न लगाता है।
(ख) जब कोई मतदाता मतपत्र पर अपना कोई पहचान-चिह्न लगाता है।
Q29.) ‘एक व्यक्ति-एक वोट’ का अर्थ स्पष्ट करें।
उत्तर:- ‘एक व्यक्ति-एक वोट’ का अर्थ यह है कि एक व्यक्ति द्वारा एक मत दिया जाना चांहिए। दूसरे शब्दों में, एक व्यक्ति द्वारा किसी उम्मीदवार को एक से अधिक मत नहीं मिलने चाहिए। ‘एक व्यक्ति-एक वोट’ राजनीतिक सजगता का दूसरा नाम है। यह लोकतंत्र की पहचान है।
लघु प्रश्न उत्तर 3 अंक
Q1.) गुलबर्गा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की सीमा और गुलबर्गा जिले की सीमा में अंतर क्यों है ?
उत्तर:-लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र और जिला की सीमाएँ अलग होती हैं क्योंकि लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र चुनाव के लिए और जिला प्रशासन के लिए होता है। निर्वाचन क्षेत्र वोटिंग और प्रतिनिधित्व के आधार पर तय किया जाता है, जबकि जिला प्रशासनिक जरूरतों के अनुसार निर्धारित होता है।
Q2.) मतदान केंद्रों और मतगणना केंद्रों पर पार्टी या उम्मीदवार के एजेंट क्यों मौजूद होते हैं ?
उत्तर:-पार्टी या उम्मीदवार के एजेंट मतदान और मतगणना केंद्रों पर मौजूद होते हैं ताकि वे प्रक्रिया की निगरानी कर सकें और सुनिश्चित कर सकें कि सब कुछ सही ढंग से और निष्पक्ष तरीके से हो रहा है। वे यह सुनिश्चित करते हैं कि कोई भी गलतफहमी या धोखाधड़ी न हो और मतदान और गिनती की प्रक्रिया पारदर्शी रहे।
Q3.) ‘गुप्त मतदान’ से आप क्या समझते हैं ? इसके लाभ बताएँ।
उत्तर:- गुप्त मतदान एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें मतदाता अपने वोट को बिना किसी के देखे या जानने के लिए वोट डालते हैं।
लाभ:-
- निष्पक्षता:- मतदाता स्वतंत्र रूप से और बिना दबाव के वोट डाल सकते हैं।
- सुरक्षा:- यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी बाहरी दबाव या डर मतदाता के वोट को प्रभावित न करे।
- गोपनीयता:- मतदाता की वोटिंग पसंद गुप्त रहती है, जिससे निजी विचार और पसंद सुरक्षित रहते हैं।
Q4.) लोकतंत्र चुनाव कराने की आवश्यकता क्यों रहती है ?
उत्तर:-लोकतंत्र में चुनाव इसलिए जरूरी हैं ताकि लोग अपने नेताओं को चुन सकें और सरकार में अपनी भूमिका निभा सकें। चुनाव के माध्यम से लोग अपने प्रतिनिधियों को चुनते हैं जो उनके हितों का ध्यान रखते हैं। यह प्रक्रिया लोकतंत्र को मजबूत बनाती है, लोगों को अपने अधिकार का उपयोग करने का मौका देती है और सुनिश्चित करती है कि सरकार जनता की इच्छाओं के अनुसार काम करे।
Q5.) क्या हम यह कह सकते हैं कि भारत के चुनाव लोकतांत्रिक हैं ?
उत्तर:- हाँ, हम यह कह सकते हैं कि भारत के चुनाव लोकतांत्रिक हैं। भारत में चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होते हैं, जहाँ सभी नागरिकों को वोट देने का अधिकार होता है। चुनाव के माध्यम से लोग अपने प्रतिनिधियों को चुनते हैं और सरकार का गठन करते हैं, जो लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांतों को सुनिश्चित करता है।
Q6.) प्रत्याशियों का नामांकन क्या है ?
उत्तर:- प्रत्याशियों का नामांकन वह प्रक्रिया है जिसमें एक उम्मीदवार अपने चुनावी क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए अपनी उम्मीदवारी दर्ज कराता है। इस प्रक्रिया के दौरान, उम्मीदवार आवश्यक दस्तावेज और फार्म भरकर निर्वाचन आयोग को प्रस्तुत करते हैं। नामांकन के बाद, उम्मीदवार आधिकारिक रूप से चुनावी प्रतियोगिता में शामिल हो जाते हैं।
Q7.) ‘वयस्क मताधिकार’ से क्या अभिप्राय है ? लोकतंत्र के लिए इसका महत्त्व स्पष्ट करें।
उत्तर:- वयस्क मताधिकार का मतलब है कि सभी 18 साल और उससे अधिक उम्र के नागरिकों को वोट देने का अधिकार होता है।
महत्त्व:-
- प्रतिनिधित्व:- हर नागरिक की राय सरकार के गठन में शामिल होती है।
- समानता:- सभी को समान मतदान का अधिकार मिलता है।
जवाबदेही:- नेताओं को जनता की इच्छाओं का ध्यान रखना पड़ता है।
Q8.) उप-चुनाव और मध्यावधि चुनाव में क्या अंतर है ?
उत्तर:- उप-चुनाव और मध्यावधि चुनाव में अंतर है:-
उप-चुनाव:-
- जब किसी कारणवश एक सीट खाली हो जाती है (जैसे मौत या इस्तीफा), तो उस खाली सीट को भरने के लिए चुनाव होते हैं।
- ये विशेष रूप से उस खाली सीट के लिए होते हैं।
मध्यावधि चुनाव:-
- जब एक पूरे चुनावी कार्यकाल के दौरान सरकार बदल जाती है या किसी कारणवश पूरा चुनावी कार्यकाल पूरा नहीं हो पाता, तो पूरे चुनाव क्षेत्र के लिए चुनाव होते हैं।
- ये पूरे विधानसभा या लोकसभा के लिए होते हैं।
Q9.) ‘साधारण बहुमत’ का क्या अर्थ हैं तथा इसकी क्या कमजोरी है ?
उत्तर:- साधारण बहुमत का मतलब है कि किसी प्रस्ताव या निर्णय के लिए कुल उपस्थित मतों में से अधिकतर मत प्राप्त करना। इसे “मौलिक बहुमत” भी कहा जाता है।
कमजोरी:-
- प्रस्तावित नीति:– कभी-कभी, साधारण बहुमत से केवल एक छोटी सी मत संख्या प्राप्त होती है, जो व्यापक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित नहीं कर सकती।
सभी का - प्रतिनिधित्व:- यह प्रक्रिया अल्पसंख्यक मतों को पूरी तरह से अनदेखा कर सकती है, जिससे सभी समूहों का समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित नहीं हो पाता।
Q10.) चुनाव को कब लोकतांत्रिक माना जा सकता है ?
उत्तर:- चुनाव को लोकतांत्रिक तब माना जाता है जब:-
- स्वतंत्र और निष्पक्ष हो:- चुनाव प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष हो, जिसमें सभी दलों और उम्मीदवारों को समान अवसर मिले।
- सभी का अधिकार हो:- सभी पात्र नागरिकों को वोट देने का अधिकार हो और वे बिना किसी दबाव या डर के मतदान कर सकें।
सही प्रक्रिया - अपनाई जाए:- मतदान और मतगणना की प्रक्रिया पारदर्शी हो और किसी भी तरह की धांधली न हो।
Q11.) भारत में चुनाव के समय उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न क्यों दिये जाते हैं ? दो कारण लिखें।
उत्तर:-
(क) पहचान में आसानी:- चुनाव चिह्न उम्मीदवार या पार्टी की पहचान को आसान बनाते हैं, जिससे मतदाता को सही उम्मीदवार चुनने में मदद मिलती है।
(ख) संगठित प्रचार:- चिह्न चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवार या पार्टी की पहचान और संदेश को व्यापक रूप से फैलाने में मदद करते हैं।
Q12.) आधुनिक निर्वाचन राजनीति में अधिकांश प्रत्याशी राजनीतिक दलों के ही होते हैं ? कोई से तीन कारण लिखें।
उत्तर:- (क) संसाधन और समर्थन:- राजनीतिक दलों के पास प्रचार और चुनाव खर्च के लिए संसाधन और समर्थन होता है, जो स्वतंत्र उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध नहीं होता।
(ख) संगठन और नेटवर्क:- दलों के पास मजबूत संगठन और नेटवर्क होते हैं, जो चुनावी सफलता के लिए आवश्यक होते हैं।
(ग) चुनावी रणनीति:- राजनीतिक दल बेहतर चुनावी रणनीतियाँ और योजनाएँ बनाते हैं, जिससे उनकी सफलता की संभावना बढ़ जाती है।
लघु प्रश्न उत्तर 3 अंक
Q1.) चुनाव प्रचार, मतदान के दिन तथा मतगणना के दिन चुनाव के इन चरणों में किसी चुनाव अधिकारी को किन-किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।
उत्तर:- चुनाव प्रचार, मतदान के दिन और मतगणना के दिन, चुनाव अधिकारी का कर्तव्य है कि सभी प्रक्रियाएँ निष्पक्ष और पारदर्शी हों। प्रचार के दौरान, नियमों और आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करना जरूरी है। मतदान के दिन, अधिकारी को स्वतंत्र और सुरक्षित मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करनी चाहिए, साथ ही ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की सही स्थिति की निगरानी करनी चाहिए। मतगणना के दिन, सटीक और निष्पक्ष मतगणना सुनिश्चित करनी होती है, जिससे परिणाम की घोषणा में कोई शंका न रहे।
Q2.) भारतीय चुनाव प्रणाली की कोई तीन विशेषताएँ लिखें।
उत्तर:- भारतीय चुनाव प्रणाली की तीन विशेषताएँ:-
- वयस्क मताधिकार:- भारत में 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी नागरिकों को बिना किसी भेदभाव के वोट देने का अधिकार है। यह लोकतंत्र की बुनियादी विशेषता है, जिससे सभी वयस्क नागरिक अपनी सरकार चुनने में भाग लेते हैं।
- स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव:- भारतीय चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है, जो चुनाव प्रक्रिया की निगरानी और संचालन करती है। यह सुनिश्चित करता है कि चुनाव निष्पक्षता, पारदर्शिता, और स्वतंत्रता के साथ संपन्न हों।
- बहुदलीय प्रणाली:- भारत में बहुदलीय प्रणाली है, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दल चुनाव में भाग लेते हैं। यह प्रणाली मतदाताओं को कई विकल्प प्रदान करती है, जिससे वे अपने विचारों और हितों के अनुसार उम्मीदवार या दल चुन सकते हैं।
Q3.) आरक्षित निर्वाचक क्षेत्रों से आप क्या समझते हैं ? वर्णन करें।
उत्तर:- आरक्षित निर्वाचक क्षेत्र वे चुनाव क्षेत्र होते हैं जहाँ केवल विशेष आरक्षित वर्गों के उम्मीदवार ही चुनाव में भाग ले सकते हैं। भारत में यह आरक्षण अनुसूचित जातियों (एससी) और अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के लिए होता है। इसका उद्देश्य समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व और अवसर देना है, जिससे वे भी शासन प्रक्रिया में भाग ले सकें और अपनी आवाज़ उठा सकें। इस व्यवस्था से यह सुनिश्चित किया जाता है कि इन वर्गों के हितों की रक्षा हो और उन्हें समाज में समानता मिल सके।
Q4.) उम्मीदवार की शैक्षिक योग्यताएँ क्या होनी चाहिए ?
उत्तर:- उम्मीदवार की शैक्षिक योग्यताएँ:-
- कोई न्यूनतम शैक्षिक योग्यता नहीं:– चुनाव लड़ने के लिए भारत में कोई अनिवार्य शैक्षिक योग्यता नहीं होती है।
- सभी के लिए अवसर:- शैक्षिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना, समाज के हर वर्ग से लोग चुनाव में भाग ले सकते हैं।
- नागरिकता:- उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना आवश्यक है।
- उम्र सीमा:- लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम उम्र 25 वर्ष और विधानसभा चुनाव के लिए 30 वर्ष होनी चाहिए।
- योग्यता से अधिक जिम्मेदारी:- शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नहीं है, लेकिन उम्मीदवार को जिम्मेदार और सक्षम होना चाहिए।
Q5.) लोकतंत्र में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों का क्या महत्व है ?
उत्तर:- उम्मीदवार की शैक्षिक योग्यताएँ:-
- कोई न्यूनतम शैक्षिक योग्यता नहीं:- चुनाव लड़ने के लिए भारत में कोई अनिवार्य शैक्षिक योग्यता नहीं होती है।
- सभी के लिए अवसर:- शैक्षिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना, समाज के हर वर्ग से लोग चुनाव में भाग ले सकते हैं।
- नागरिकता:- उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना आवश्यक है।
- उम्र सीमा:- लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम उम्र 25 वर्ष और विधानसभा चुनाव के लिए 30 वर्ष होनी चाहिए।
- योग्यता से अधिक जिम्मेदारी:- शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नहीं है, लेकिन उम्मीदवार को जिम्मेदार और सक्षम होना चाहिए।
Q6.) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन क्या है ? इसकी कार्य प्रणाली बताएँ।
उत्तर:- इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) एक आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसका उपयोग चुनावों में मतदान की प्रक्रिया को आसान, तेज और सटीक बनाने के लिए किया जाता है। यह मशीन इलेक्ट्रॉनिक रूप से वोटों को दर्ज करती है और परिणामों की गणना करती है।
- मतदान:- मतदाता EVM पर बटन दबाकर अपने पसंदीदा उम्मीदवार को चुनते हैं।
- वोट का रिकॉर्ड:- EVM वोट को इलेक्ट्रॉनिक रूप से दर्ज करती है और सुरक्षित रूप से संग्रहित करती है।
- सुरक्षित संग्रहण:- वोटिंग के बाद, डेटा सुरक्षित बॉक्स में रखा जाता है।
- मतगणना:- चुनाव के बाद, EVM से डेटा पढ़ा जाता है और वोटों की गिनती की जाती है।
- सुरक्षा:- मशीन की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है ताकि चुनाव की प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो।
Q7.) चुनाव अभियान या प्रचार क्या है ?
उत्तर:- चुनाव अभियान या प्रचार वह प्रक्रिया है जिसमें उम्मीदवार या राजनीतिक दल जनता को अपनी नीतियाँ और योजनाएँ बताने के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग करते हैं।
मुख्य बिंदु:-
- सार्वजनिक बैठकें:- रैलियाँ और जनसभाएँ आयोजित करके अपने विचार साझा करना।
- मीडिया प्रचार:- टीवी, रेडियो, और सोशल मीडिया के माध्यम से संदेश फैलाना।
- वोटर संपर्क:- व्यक्तिगत मुलाकातों और संवाद के जरिए मतदाताओं से संपर्क करना।
- प्रचार सामग्री:- पोस्टर, बैनर, और पम्पलेट वितरित करना।
- वोट अपील:- मतदाताओं से वोट देने की अपील करना और उन्हें प्रेरित करना।
Q8.) लोकतंत्र में निर्वाचन के महत्व की विवेचना करें।
उत्तर:- लोकतंत्र में निर्वाचन का महत्व अत्यधिक है क्योंकि यह नागरिकों को उनकी पसंद के नेताओं को चुनने का अधिकार प्रदान करता है, जिससे सरकारी नीतियों और दिशा में जनभागीदारी सुनिश्चित होती है। निर्वाचन प्रक्रिया से सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से होता है और यह भ्रष्टाचार और निरंकुशता के खिलाफ एक सुरक्षा कवच का कार्य करता है। इसके माध्यम से जनता अपनी समस्याओं और अपेक्षाओं को प्रतिनिधियों के माध्यम से सरकार तक पहुंचा सकती है, जो लोकतांत्रिक सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही को सुनिश्चित करता है।
Q9.) मतदाता किस प्रकार सरकार पर प्रभाव डाल सकते हैं ?
उत्तर:- मतदाता सरकार पर निम्नलिखित तरीकों से प्रभाव डाल सकते हैं:-
- चुनाव में मतदान:- अपने प्रतिनिधियों को चुनकर नीतियों और निर्णयों पर प्रभाव डालते हैं।
- जवाबदेही सुनिश्चित करना:- असंतोषजनक प्रदर्शन पर आगामी चुनावों में वोट के माध्यम से प्रतिनिधियों को हटा सकते हैं।
- सार्वजनिक चर्चा:- मुद्दों पर चर्चा और बहस करके सरकार के निर्णयों को प्रभावित कर सकते हैं।
- याचिकाएं और प्रदर्शन:- महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार पर दबाव डालने के लिए याचिकाएं और प्रदर्शन कर सकते हैं।
- फीडबैक:- पत्र, ईमेल या बैठकों के माध्यम से अपने विचार और सुझाव दे सकते हैं।
इन तरीकों से मतदाता सरकार को जवाबदेह और प्रभावशाली बनाए रखते हैं।
Q10.) निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न चरणों का संक्षेप में वर्णन करें।
उत्तर:- निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न चरण निम्नलिखित हैं:-
- चुनावी अधिसूचना:- निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों और नियमों की घोषणा की जाती है|
- नामांकन:- उम्मीदवार चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र दाखिल करते हैं, और उनका पंजीकरण होता है।
- नामांकन की जाँच:- निर्वाचन आयोग द्वारा नामांकित उम्मीदवारों की योग्यता और दस्तावेजों की जाँच की जाती है।
- चुनाव प्रचार:- उम्मीदवार और दल अपने-अपने चुनावी मुद्दों और योजनाओं को जनता के सामने प्रस्तुत करते हैं।
- मतदान:- निर्धारित दिन मतदाता मतदान केंद्रों पर जाकर अपने वोट का प्रयोग करते हैं।
- मतगणना:- मतदान के बाद, मतपत्रों की गिनती की जाती है और परिणाम की घोषणा की जाती है।
- विजेता की घोषणा:-चुनाव परिणाम घोषित होते हैं और विजयी उम्मीदवारों को पद सौंपे जाते हैं।