Jac Board class 10 science chapter 2 अम्ल क्षारक एंव लवन Hindi Medium | Jac Board Solutions Class 10 science | Class 10 science chapter 2 अम्ल क्षारक एंव लवन
Table of Contents
Toggleसभी अध्यायों के लिए विज्ञान NCERT पुस्तक समाधान Smart Classes के Teachers और Experts के द्वारा बिलकुल आपकी भाषा में तैयार किया गया है | ताकि आप समाधान को समझ सके और आसानी से याद कर सके |
Jac Class 10 Solution Chapter 2
Hindi Medium के लिए कक्षा 10 विज्ञान NCERT समाधान जो की NCERT पुस्तक समाधान नवीनतम CBSE, JACऔर NCERT पाठ्यक्रम पर आधारित है | NCERT पुस्तक समाधान हर साल Smart Classes के द्वारा Update किया जाते है | इसलिए कक्षा 10 के लिए NCERT पुस्तक समाधान भी Smart Classes के द्वारा वर्ष 2023 – 24 के लिए Update किया गया है |
Chapter 2 अम्ल क्षारक एंव लवन
Hindi Medium के छात्रों के लिए Hindi में कक्षा 10 विज्ञान NCERT पुस्तक समाधान के सभी अध्याय नवीनतम CBSE, JAC और NCERT पाठ्यक्रम पर आधारित है |
Jac Board Class 10 science chapter 2: अम्ल क्षारक एंव लवनण
Jac Class 10 Solution Chapter 2
Tw Smart Classes , students, teachers, & tutors के requirments के मुताबिक सभी study materials तैयार करती है | हमारे द्वारा और भी study materials तैयार किये जाते है |
हमारे द्वारा तैयार किये गए ncert book solution कुछ इस तरह रहेगी >>
- नोट्स
- अभ्यास
- V.V.I MCQs (36)
Jac Board Class 10 Science Chapter 2:अम्ल क्षारक एंव लवन
अध्याय 2 : अम्ल क्षारक एंव लवन(Acid Base and Salt)
♦ अम्ल (Acid):-
- ऐसे पदार्थ जो स्वाद में खट्टे होते हैं , उसे अम्ल कहते हैं |
- यह जल में घुलने पर H+ आयन देते हैं |
- अम्ल का जलीय विलियन विधुत का चालन करता है |
- अम्ल का PH मान 7 से कम तथा 0 से ऊपर होता है |
- अमल क्षारक से अभिक्रिया कर लवन तथा जल बनाता है |
EX :- Hcl , HNO3
♦ क्षारक (Base):-
- अय्से पदार्थ जो स्वाद में तीखे तथा कड़वे होते है , उसे क्षारक कहते हैं |
- यह जल में घुलने पर OH¯ आयन देती है |
- क्षारक का जलीय विलियन विधुत का चालन नही करता |
- क्षारक का PH मान 7 से ऊपर तथा 14 से कम होता है |
- क्षारक , अम्ल से अभिक्रिया करके लवन तथा जल बनाते हैं |
EX :- NaOH , CaOH2
♦ लवन (Salt):- अमल और क्षारक आपस में अभिक्रिया कर एक दुसरे के गुणों को नष्ट कर देती है और लवन का निर्माण करते हैं |
EX :- Nacl , Cacl2
♦ तनुकरण ( Dilution):-जल में अमल या क्षारक मिलने पर आयन की सांद्रता में प्रति इकाई आयतन की कमी हो जाती है | इस प्रक्रिया को तनुकरण कहते है |
♦ PH स्केल :- किसी विलियन में उपस्थित हाइड्रोजन की सांद्रता ज्ञात करने के लिए एक स्केल का उपयोग किया जाता है , जिसे PH स्केल कहते हैं | PH स्केल का पारास मान 0 – 14 होता है |
♦ गांधिय सूचक ( Odor indications ) :- ऐसा पदार्थ जिसको अम्ल या क्षारक में मिलाने से उसके गंध में परिवर्तन होता है , जिसे गांधिय सूचक कहते है |
जैसे:- लौंग का तेल , प्याज , वैनिला आदि |
♦ उदासीनीकरण ( Neutralisation):- ऐसी अभिक्रिया जिसमे अम्ल और क्षारक आपस में अभिक्रिया कर एक दुसरे के गुणों को नष्ट कर देते हैं , और लवन तथा जल का निर्माण करते हैं | उसे उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं |
EX :- अमल + क्षारक → लवन + जल
Hcl + NaOH → Nacl + H2O
♦ क्लोर क्षार (Chlor alali ) :-
जब सोडियम क्लोराइड के जलीय विलियन पर विधुत धरा प्रवाहित की जाती है , तो सोडियम हाइड्रोक्साइड उत्पन्न होती है , इस प्रक्रिया को क्लोर क्षार कहते हैं |
EX :- 2Nacl+2H2O → 2NaOH+cl2+H2
◊ अम्ल के साथ धातु ऑक्साइड की अभिक्रिया
अम्ल ज+धातु ऑक्साइड → लवन +जल
2Hcl+CaO → Cacl2+H2O
◊ अम्ल के साथ धातुओं का अभिक्रिया
अम्ल + धातु → लवन + हाइड्रोजन गैस
Hcl + Na → Nacl+H2
◊ अम्ल के साथ क्षारक का अभिक्रिया
अम्ल + क्षारक → लवन + जल
Hcl + NaOH → Nacl + H2O
◊ अम्ल के साथ धातु कार्बोनेट का अभिक्रिया
अम्ल + धातु कार्बोनेट → लवन + जल + Co2
Hcl + ZnCoo2 → Zncl2 + Co2
◊ अम्ल के साथ धातु हाइड्रोजन कार्बोनेट का अभिक्रिया
अम्ल + धातु बाईकार्बोनेट → लवन + जल + Co2
Hcl + ZnHCo2 → Zncl2 + H2O + Co2
♦ विरंजक चूर्ण ( Bleaching powder ):- कैल्शियम ओक्सिक्लोराईड (Symbol) सूत्र:- CaOcl2
उपयोग(Uses):-
- वस्त्र उधोग में
- कागज़ फैक्ट्री में
- धोबी घात में
- रासायनिक उधोग में
- पिने वाले जल से जीवाणु मुक्त करने में
निर्माण ( Making ) :- बुझा हुआ चुना जब क्लोरिन के साथ अभिक्रिया करता है , तो विरंजक चूर्ण तथा जल का निर्माण होता है |
बुझा हुआ चुना + क्लोरिन → विरंजक चूर्ण + जल
Ca(OH)2 + cl2 → CaOcl2 + H2O
♦ बैकिंग सोडा ( Baking soda ) :- सोडियम बाईकार्बोनेट
सूत्र (Symbol ) :- NaHCO3
उपयोग (Uses ) :-
- अग्नीश्मक में
- बैकिंग पाउडर बनाने में
- औष्धी बनाने में
- खाद्य पदार्थों को मुलायम और स्पंजी करने में |
निर्माण ( Making ) :- कच्चे पदार्थों में सोडियम क्लोराइड का उपयोग कर इसका निर्माण किया जाता है |
NaCl+ H2O + CO2 + NH3 → NH4Cl+ NaHCO3
♦ धोने का सोडा ( Washing soda ) :- सोडियम कार्बोनेट
सूत्र ( Symbol ):- Na2CO3 . 10H2O
उपयोग ( Uses ) :-
- काँच उधोग में
- साबुन बनाने में
- कागज़ उधोग में
- बौरेक्स के निर्माण में
- जल की स्थायी कठोरता को हटाने के लिए |
♦ निर्माण ( Making ) :- सोडियम कार्बोनेट के पुन:क्रिस्टिलिकरण से धोने का सोडा बनता है |
Na2CO3 + 10H2O → Na2CO3 . 10H2O
♦ प्लास्टर ऑफ पेरिस :- प्लास्टर ऑफ पेरिस
सूत्र:- CaSO4 ½ H2O
उपयोग :-
- हत्तियों को जोड़ने में
- खिलौना बनाने में
- भवन निर्माण में
- मूर्ति बनाने में
निर्माण ( Making ):- जिप्सम को 373k पर गर्म करने पर जिप्सम जल के अणुओं का त्याग कर कैल्शियम सल्फेट अर्धहाईट्रेट ( CaSO4 ½ H2O ) में परिवर्तन हो जाता है , जिसे प्लास्टर ऑफ पेरिस कहते है |
373K
CaSO4 . 2H2O → CaSO4 . ½H2O + 1½H2O
Q1.) पीतल एंव तांबे के बर्तनों में दही एंव खट्टे पदार्थ क्यों नही रखने चाहिए ?
उत्तर:- खट्टे पदार्थों में अम्ल होता है , इसीलिए जब उन्हें पीतल या तांबे के बर्तनों में रखा जाता है है , तो यह अम्ल धातुओं से अभिक्रिया कर खट्टे पदार्थ को दूषित कर देती है और हाइड्रोजन गैस मुक्त कर देती है , अत: हमें पीतल एंव तांबे के बर्तनों में खट्टे पदार्थ नही रखने चाहिए |
Q2.) धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर समान्यता : कौन सी गैस निकलती है | एक उदहारण के द्वारा समझिए इस गैस की उपस्थिति की जाँच कैसे करेंगे ?
उत्तर:- धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर समान्यत : हाइड्रोजन गैस निकलती है |
उदहारण:- जब तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल जिंक धातु के साथ अभिक्रिया करती है , तो हाइड्रोजन गैस का निर्माण होता है |
Zn + 2HCl → ZnCl2 + H2
जांच:- जब हम इस गैस की परखनली के मुंह के पास कोई हलती वास्तु ले जाते हैं , तो फट – फट की ध्वनी के साथ जलती है |
Q3.) HCl , HNO3 आदि जलीय विलियन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं जब की एल्कोहॉल एंव ग्लूकोच जैसे यौगिक के विलियनों में अम्लीयता के अभिलक्षण नही प्रदर्शित होते हैं ?
उत्तर :- HCl , HNO3 आदि जलीय विलियन में अम्लीय अभिलक्षण इसीलिए प्रदर्शित करते हैं क्योंकि यह जलीय विलियन में घुलकर आसानी से H+ आयन त्याग देता है | जबकी एल्कोहॉल एंव ग्लूकोच जलीय विलियन में घुलकर OH¯ आयन देता है | इसीलिए यह पदार्थ अम्लीय अभिलक्षण प्रदर्शित नही करते हैं |
Q4.) अम्ल का जलीय विलियन विधुत का चालन क्यों करता है ?
उत्तर:- अम्ल का जलीय विलियन विधुत का चालन इसिलिय करता है , क्योंकि अम्ल जल में घुलकर H+ आयन देता है तथा इन्ही आयनों के द्वारा ही विधुत धरा प्रवाहित होती है |
Q5.) शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र के रंग को क्यों नही बदलती है ?
उत्तर:- क्योंकि शुष्क वातावरण में H+आयन का निर्माण नही होता है |इसीलिए शुष्क हाइड्रोक्लोरीक गैस शुष्क लिटमस पत्र के रंग को नही बदलता है |
Q6.) अम्ल को तनुकृत करते है कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए न की जल को अम्ल में ?
उत्तर:- क्यूंकि जल को अम्ल में मिलाने पर अत्याधिक ऊष्मा उत्पन्न होती है , जिससे आग लगने की संभव बढ़ जाती है , तथा प्रयोग किए जाने वाला काँच का गिलास भी टूट सकता है अत: चोट भी लग सकती है , इसीलिए अम्ल को धीरे – धीरे तथा जल को लगातार हिलाते हुए जल में मिलाना चाहिए |
Q7.) अम्ल के विलियन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन(H3O+) की सांद्रता कैसे प्रभावित होती है ?
उत्तर:- अम्ल के विलियन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन की सांद्रता में (H3O+/OH¯) प्रति इकाई आयतन में कमी हो जाती है |
Q8.) जब सोडियम हाइड्रोऑक्साइड विलियन में अधिक क्षारक मिलाते है , तो हाइड्रोऑक्साइड आयन ( OH¯) की सांद्रता कैसे प्रभावित होती है ?
उत्तर:- हाइड्रोऑक्साइड आयन ( OH¯) की सांद्रता बढ़ जाती है |
Q9.) H+( aq ) आयन की सांद्रता का विलियन की प्रकृति पर क्या प्रभाव पढता है ?
उत्तर:- H+( aq ) आयन की सांद्रता से विलियन की अम्लीयता अधिक हो जाती है |
Q10.) उस पदार्थ का नाम बताएँ जो क्लोरिन से अभिक्रिया करके विरंजक चूर्ण बनाता है ?
उत्तर:- कैल्सियम हाइड्रोऑक्साइड Ca2(OH)
Q11.) क्या क्षारकीय विलियन में H+( aq ) आयन होते है , अगर हाँ तो यह क्षारकीय क्यों होते हैं ?
उत्तर:- क्षारकीय विलियन में H+( aq ) आयन भी होते हैं लेकिन फिर भी यह क्षारकीय होते हैं क्योंकि OH¯ ( aq ) आयन की संख्या H+( aq ) आयनों से अधिक होती है |
Q12.) कठोर जल को मृदु करने के लिए किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया जाता है ?
उत्तर:- धोने का सोडा
Q13.) सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के विलियन को गर्म करने पर क्या होगा ? इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए ?
उत्तर:- सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के जलिए विलियन को गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट तथा कार्बन डाइऑक्साइड का निर्माण होगा |
गर्म
2NaHCO3 (aq ) → Na2Co3 + CO2 ↑
Q14.) उपच का उपचार करने के लिए किस औष्धी का उपयोग किया जाता है ?
उत्तर:- एन्टैसिड ( Anticid )
Q15.) प्लास्टर ऑफ पेरिस का जल के साथ अभिक्रिया लिखिए ?
उत्तर:- CaSO4 ½H2O + 1H2O → CaSO4 . 2HO
प्लास्टर ऑफ पेरिस का जल के साथ अभिक्रिया होने पर ” जिप्सम ” का निर्माण होता है |
Q16.) जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नही होता है ?
उत्तर:- जल की अनुपस्थिति में H+ आयन नही देते हैं जबकि अम्लों से H+ आयन का निर्माण जल की उपस्थिति में ही होती है | इसीलिए जल की अनुपस्थिति में अम्ल , अम्लीय व्यवहार नही दर्शाता है |
Q17.) प्लास्टर ऑफ पेरिस को अर्ध्र – रोधी बर्तन में क्यों नही रखा जाना चाहिए ?
उत्तर:- प्लास्टर ऑफ पेरिस जल के साथ अभिक्रिया कर जिप्सम बना लेती है , इसीलिए इसको अर्ध्र – रोधी बर्तन में नही रखना चाहिए |
Q18.) लिटमस का स्रोत क्या है ?
उत्तर:- लाइचेन |
Q19.) आसवित जल विधुत का चलन क्यों नही करता जबकि वर्ष जल करता है ?
उत्तर:- आसवित जल H+ तथा OH¯ आयनों में पृथक नही होता | वर्ष के जल में अम्ल में अन्य अशुद्धियाँ होती है | इसीलिए वर्ष के जल में H+ तथा OH¯ आयनों की उपस्थिति होती है | तथा इन आयनों की उपस्थिति के कारन ही वर्ष का जल विधुत का चालन करता है |