Tw Smart Classes | Jac Board class 7 Civics chapter 1 लोकतंत्र Notes | Jac Board Solutions Class 7 Civics | Class 7 Civics chapter 1 लोकतंत्र
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class 7 Civics chapter 1 लोकतंत्र
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कक्षा | 7th |
विषय | नागरिकशास्त्र |
अध्याय | 1 |
अध्याय का नाम | लोकतंत्र |
पाठ्यक्रम का प्रकार | JAC Board |
माध्यम | हिंदी |
शैक्षणिक वर्ष | 2024 – 25 |
समाधान का प्रारूप | पीडीएफ / ऑनलाइन |
समाधान की भाषा | हिंदी |
मूल्य | निःशुल्क |
Jac Board Class 7 Civics Chapter 1: लोकतंत्र
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अध्याय 1 : लोकतंत्र ( Democracy )
अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
Q1.) नागरिक अधिकार आंदोलन क्या है ?
उत्तर:- एक आंदोलन, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में 1950 के दशक के अन्त में प्रारम्भ हुआ और जिसमें अफ्रीकी-अमेरिकन लोगों ने नस्लगत भेदभाव को समाप्त करने और समान अधिकारों की माँग की।
Q2.) सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार क्या है ?
उत्तर:- यह एक लोकतंत्रीय समाज का अत्यन्त महत्त्वपूर्ण पहलू है, इसका अर्थ है कि सभी वयस्क (18) वर्ष एवं उससे अधिक आयु के नागरिकों को वोट (मत) देने का अधिकार है, चाहे उनकी सामाजिक या आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो। इसे सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार कहा जाता है।
Q3.) किसी सफल लोकतंत्र की दो विशेषताओं को बताएँ।
उत्तर:- किसी सफल लोकतंत्र की दो विशेषताएँ हैं-
- (क) नागरिकों को मताधिकार का मिलना,
- (ख) अन्य क्षेत्रों में प्राप्त समानता।
Q4.) सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार किस विचार पर आधारित है?
उत्तर:- सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार समानता के सिद्धांत पर आधारित है।
Q5.) भारत में असमानता का एक सामान्य रूप कौन-सा है ?
उत्तर:- जाति व्यवस्था, भारत में असमानता का एक सामान्य रूप है।
Q6.) भारत की एक सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक विशेषता लिखें।
उत्तर:- भारत एक लोकतंत्रीय देश है। यह संसदात्मक, संघीय, उदारवादी लोकतंत्र है।
Q7.) प्रतिनिधित्व की दृष्टि से भारतीय संसद का महत्व बताएँ।
उत्तर:- संसद हमारे लोकतंत्र का आधार स्तम्भ है और हम अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों के माध्यम से उसमें प्रतिनिधित्व पाते हैं।
Q8.) लोकतंत्र का क्या अर्थ होता है ? स्पष्ट करें।
उत्तर:-‘लोकतंत्र’ का अर्थ होता है- जनता का शासन। यह शासन की एक व्यवस्था है, जिसमें आम लोगों की सहमति की आवश्यकता होती है। यहाँ निर्णय जनता की सहमति से उनके हित में लिए जाते हैं।
Q9.) अमेरिका का गाँधी किसे कहा जाता है ?
उत्तर:- डॉ० मार्टिन लुथर किंग जूनियर।
Q10.) अफ्रीकी-अमेरिकन किन्हें कहा जाता है ?
उत्तर:- अमेरिका में अफ्रीकी मूल के लोग रहते हैं, जिनके पूर्वज गुलाम थे और अफ्रीका से लाए गए थे। इन्हें अफ्रीकी-अमेरिकन कहा जाता है।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
Q1.) समानता के लिए किन्हीं तीन कानूनी प्रावधानों को लिखें।
उत्तर:- समानता के लिए तीन कानूनी प्रावधान निम्नांकित हैं:-
- (क) कानून की नजर में हर व्यक्ति समान है। इसका अर्थ यह है कि देश के सभी लोगों को कानून का पालन करना अनिवार्य है, चाहे वह साधारण मजदूर हो या फिर कोई अधिकारी ।
- (ख) हर व्यक्ति को सार्वजनिक स्थानों पर जाने की स्वतंत्रता है। खेल के मैदान, होटल, दुकान तथा बाजार आदि में जाने से किसी व्यक्ति को रोका नहीं जा सकता है।
- (ग) अस्पृश्यता को दंडनीय अपराध घोषित किया गया है। वर्तमान में यह प्रथा कहीं देखने को नहीं मिलती। इसका लगभग पूर्णतः उन्मूलन हो चुका है।
Q2.) मध्याह्न भोजन योजना से क्या फायदा हुआ है ?
उत्तर:- मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत सभी सरकारी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक तथा सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर का भोजन स्कूल द्वारा दिया जाता है इस कार्यक्रम का प्रभाव काफी सकारात्मक रहा। जैसे, विद्यालयों में गरीब बच्चों के नामांकन दर में बढ़ोतरी हुई। विद्यालय में उनका ठहराव होने लगा। दोपहर को अपने बच्चों को खाना खिलाने के लिए काम छोड़कर घर आने वाली माताओं को इससे काफी राहत मिली। यह कार्यक्रम जातिगत पूर्वाग्रहों को कम करने में सहायक हुआ है।
Q3.) समाज में समानता लाने के लिए आप क्या सुझाव देना चाहेंगे ?
उत्तर:- वर्तमान दृष्टिकोण में बदलाव तभी संभव होगा जब लोग सभी को एक समान समझने लगेंगे। इसके लिए उनको विश्वास करना होगा कि हर व्यक्ति सम्मानजनक व्यवहार का अधिकारी है। प्रजातांत्रिक समाज में समानता स्थापित करना एक सतत् प्रक्रिया है, जिसमें व्यक्तियों और विभिन्न समाजों को सक्रिय सहयोग देना है।
सामूहिक जनता की दृष्टिकोण में बहुत धीरे-धीरे और क्रमिक रूप में परिवर्तन आता है। जनता के दृष्टिकोण को परिवर्तन करने की आवश्यकता है। दुकानों, सार्वजनिक भोजनालयों, होटलों और सार्वजनिक मनोरंजन के स्थानों में प्रवेश पर रोक नहीं होनी चाहिए।
Q4.) भारत में अप्रत्यक्ष लोकतंत्र है। क्या आप इस कथन से सहमत हैं ? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दें।
उत्तर:- भारत में अप्रत्यक्ष लोकतंत्र है। किसी सफल लोकतंत्र की विशेषता है- उसके नागरिकों को मताधिकार एवं अन्य क्षेत्रों में प्राप्त समानता । मेरे विचार से लोकतंत्र की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि सभी लोगों को मत देने का वैधानिक अधिकार है या नहीं। भारत जैसे लोकतांत्रिक देशों में वयस्क नागरिकों को मत देने का अधिकार प्राप्त है। इसे सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार कहा जाता है। सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार का विचार समानता के सिद्धांत पर आधारित है। यह घोषित करता है कि देश का हर नागरिक समान है। लेकिन सिर्फ मताधिकार से समाज में नागरिक समानता का उद्देश्य पूरा नहीं हो सकता। इसके लिए अन्य अवसरों पर भी समानता के कानूनी प्रावधानों की आवश्यकता होती है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि भारत में अप्रत्यक्ष लोकतंत्र है। इन सब तरीकों से समाज में समानता लाया जा सकता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
Q1.) संविधान के प्रावधान समानता की स्थापना करते हैं, फिर भी समाज में असमानता क्यों व्याप्त है ?
उत्तर:- प्रायः कुछ लोगों के साथ असमानता का व्यवहार बस इस कारण होता है कि उनका जन्म किस जाति, लिंग या धर्म में हुआ है अथवा वे अमीर हैं या गरीब। जब लोगों के साथ किसी कारण से असमानता का व्यवहार किया जाता है तो उनकी गरिमा को ठेस पहुँचती है। उनके आत्मविश्वास में कमी आ सकती है।
यह विचारणीय विषय है कि कानून के होने के बावजूद लोगों के साथ असमानता का व्यवहार क्यों होता है? इसके पीछे कारण है कि कानून बन जाने के बाद भी लोग उन्हें समान समझने से इंकार कर देते हैं। यह जानते हुए कि भेदभाव का व्यवहार कानून के विरुद्ध है। इसका मुख्य कारण है कि सामूहिक जनता के दृष्टिकोण में बहुत धीरे-धीरे और क्रमिक रूप से परिवर्तन आता है।
इन सब कारणों से समाज में असमानता व्याप्त है।
Q2.) किसी सफल लोकतंत्र की विशेषता उसके नागरिकों को मताधिकार एवं अन्य क्षेत्रों में प्राप्त समानता से है, चर्चा करें।
उत्तर:- किसी सफल लोकतंत्र की विशेषता उसके नागरिकों को मताधिकार एवं अन्य क्षेत्रों में मिले प्राप्त समानता से है:-
मताधिकार की समानता:- लोकतंत्र की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि सभी लोगों को मत देने का वैधानिक अधिकार है या नहीं। भारत जैसे लोकतांत्रिक देशों में वयस्क नागरिकों को मत देने का अधिकार प्राप्त है। इसे सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार कहा जाता है। सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार का विचार समानता के सिद्धांत पर आधारित है। जो यह घोषित करता है कि देश का हर नागरिक समान है। लेकिन सिर्फ मताधिकार से समाज में नागरिक समानता का उद्देश्य पूरा नहीं हो सकता। इसके लिए अन्य अवसरों पर भी समानता के कानूनी प्रावधानों की आवश्यकता होती है।
भारतीय लोकतंत्र में समानता:- भारतीय संविधान में सभी व्यक्तियों को समान माना गया है। इसका अर्थ है किसी व्यक्ति के साथ लिंग, धर्म जाति तथा उसके शैक्षिक एवं आर्थिक स्तर के आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जा सकता है। संविधान में समानता को स्थापित करने के लिए कई तरह के प्रावधान किए गए हैं, जिसमें से कुछ निम्नांकित हैं-
- (क) कानून की नजर में हर व्यक्ति समान है। इसका अर्थ यह है कि देश के सभी लोगों को कानून का पालन करना अनिवार्य है। चाहे वह साधारण मजदूर हो या फिर कोई अधिकारी।
- (ख) हर व्यक्ति को सार्वजनिक स्थानों पर जाने की स्वतंत्रता है। खेल के मैदान, होटल, दुकान तथा बाजार आदि में जाने से किसी व्यक्ति को रोका नहीं जा सकता है। हर व्यक्ति को सार्वजनिक कुँओं एवं सड़कों का उपयोग कर सकता है।
- (ग) अस्पृश्यता को दंडनीय अपराध घोषित किया गया है। वर्तमान में यह प्रथा कहीं देखने को नहीं मिलती है। इसका लगभग पूर्णतः उन्मूलन हो चुका है।
- (घ) सार्वजनिक रोजगार में सभी व्यक्तियों के लिए समान अवसर उपलब्ध हैं। इसके अलावा शासन ने सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के द्वारा समानता के अधिकार को लागू किया है।
Q3.) आपके विद्यालय में गठित बाल संसद में किस तरह से लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व की प्रक्रिया का पालन किया जाता है? व्याख्या करें।
उत्तर:- बाल संसद का गठन विद्यालय में विद्यार्थियों में लोकतंत्र की समझ को विकसित करने का एक प्रायोगिक योजना है। इससे विद्यार्थियों में नेतृत्व करने, समस्या के समाधान ढूँढ़ने, निर्णय लेने एवं सामूहिक एकता की भावना का विकास होता है। झारखंड के प्रत्येक सरकारी विद्यालय में बाल संसद का गठन किया जाता है। बाल संसद में प्रधानमंत्री समेत ग्यारह मंत्री होते हैं। प्रत्येक का निश्चित कार्य निर्धारित होता है। बाल संसद के सदस्य विद्यालय के विकास के लिये किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हैं। इनकी अपनी एक कार्य योजना होती है। बाल संसद में सांसदों की अधिकतम संख्या 80 होती है, जो विद्यालय में नामांकित विद्यार्थियों की संख्या पर निर्भर करती है।
Q4.) बाल संसद का क्या उद्देश्य है ? वर्णन करें।
उत्तर:- बाल संसद का उद्देश्य निम्नंकित है-
- (क) विद्यालय विकास हेतु नयी-नयी योजनाएँ बनाना।
- (ख) विद्यालय के शिक्षण कार्य को बेहतर संचालन में सहयोग करना।
- (ग) विद्यालय के बच्चों को प्रकृति व पर्यावरण के प्रति संवदेनशील बनाना।
- (घ) कक्षा में सीखने का माहौल विकसित करना।
- (ङ) बच्चों के संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास ।
- (च) विद्यालय को समुदाय से जोड़ना।
- (छ) विद्यालय प्रबंधन से जुड़े विषयों की पहचान व उस पर ठोस निर्णय लेना।
- (ज) विद्यालय को आकर्षक बनाना।
- (झ) बच्चों की उपस्थिति नियमित करना।
- (ञ) शिक्षण सामग्रियों का रख-रखाव व नियमित उपयोग।
- (ट) विद्यालय की समय-सारणी के अनुसार विद्यालय में पठन-पाठन ।
- (ठ) विद्यालय को स्वच्छ रखना।
Q5.) रोजा पाकर्स कौन थी ? उसके समर्थन में जो आंदोलन अमेरिका में चलाया गया उस पर एक निबंध लिखें।
उत्तर:- रोजा पाकर्स और आंदोलन- रोजा पाकर्स एक अफ्रीकी- अमेरिकन महिला थी। 1 दिसंबर 1955 को दिन भर काम करके थक जाने के बाद बस में उन्होंने अपनी सीट एक गोरे व्यक्ति को देने से मना कर दिया। उस दिन उनके इंकार से अफ्रीकी-अमेरिकनों के साथ असमानता को लेकर एक विशाल आंदोलन प्रारम्भ हो गया जो नागरिक अधिकार आंदोलन (सिविल राइट्स मूवमेंट) कहलाया। 1964 के सिविल राइट्स अधिनियम ने नस्ल, धर्म और राष्ट्रीय मूल के आधार पर भेदभाव को निषेध कर दिया। उसने यह भी कहा कि अफ्रीकी-अमेरिकन बच्चों के लिए सब स्कूलों के दरवाजे खुले रहेंगे और अब उन्हें अलग स्कूलों में नहीं जाना पड़ेगा। जो विशेष रूप से केवल उन्हीं के लिए खोले गए थे। इतना होने के बावजूद भी अधिकतर अफ्रीकी-अमेरिकन देश के सर्वाधिक गरीब हैं। अधिकतर अफ्रीकी-अमेरिकन बच्चे केवल ऐसे सरकारी स्कूलों में प्रवेश लेने के ही सामर्थ्य रखते हैं, जहाँ कम सुविधाएँ हैं और कम योग्यता वाले शिक्षक हैं जबकि गोरे छात्र निजी स्कूलों में जाते हैं या उन क्षेत्रों में रहते हैं जहाँ के सरकारी स्कूल का स्तर निजी स्कूलों जैसा ऊँचा है।