Jac Board Class 10 Economics Chapter 4 वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था Hindi Medium | Jac Board Solutions Class 10 अर्थशास्त्र | Class 10 Economics Chapter 4 वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था
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Jac board class 10 economics chapter 4
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- 1 अंक वाले महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
- अभ्यास
अध्याय 4 :वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था (Globalization and the Indian Economy)
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर
Q1.) वैश्वीकरण के विगत दो दशकों में द्रुत आवागमन देखा गया है-
(1) देशों के बीच वस्तुओं, सेवाओं और लोगों का,
(2) देशों के बीच वस्तुओं, सेवाओं और निवेशों का,
(3) देशों के बीच वस्तुओं, निवेशों और लोगों का,
(4) इनमें कोई नहीं।
उत्तर:- (3) देशों के बीच वस्तुओं, निवेशों और लोगों का
Q2.) विश्व के देशों में बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा निवेश का सबसे अधिक सामान्य मार्ग है-
(1) नये कारखानों की स्थापना,
(2) स्थानीय कंपनियों को खरीद लेना,
(3) स्थानीय कंपनियों से साझेदारी करना,
(4) इनमें कोई नहीं।
उत्तर:- (3) स्थानीय कंपनियों से साझेदारी करना
Q3.)वैश्वीकरण ने जीवन स्तर के सुधार में सहायता पहुँचाई है ?
(1) सभी लोगों के,
(2) विकसित देशों के श्रमिकों के,
(3) विकासशील देशों के श्रमिको के,
(4) इनमें कोई नहीं।
उत्तर:- (2) विकसित देशों के श्रमिकों के
Q4.) विश्व व्यापार संगठन की स्थापना कब हुई ?
(1) 1991 ई०,
(2) 1993 ई०,
(3) 1992 ई०,
(4) 1995 ई० ।
उत्तर:- (4) 1995 ई० ।
Q5.) फोर्ड मोटर्स नामक फर्म भारत में कब आई ?
(1) 1991 ई०,
(2) 1995 ई०,
(3) 1992 ई०,
(4) 1985 ई० ।
उत्तर:- (2) 1995 ई०
Q6.) विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देशों की संख्या कितनी है ?
(1) 149,
(2) 250,
(3) 230,
(4) 140.
उत्तर:- (1) 149
Q7.) फोर्ड मोटर्स कंपनी ने अपना पहला प्लांट _____ में लगाया था।
(1) दिल्ली,
(2) मुंबई,
(3) चेन्नई.
(4) गुजरात।
उत्तर:- (3) चेन्नई.
Q8.) वह कंपनी जो कि अपने उत्पादन का नियंत्रण एक देश से अधिक देशों में करती है, _____ कहलाती है।
(1) सार्वजनिक कंपनी,
(2) निजी कंपनी,
(3) बहुराष्ट्रीय कंपनी,
(4) आंतरिक कंपनी।
उत्तर:- (3) बहुराष्ट्रीय कंपनी
Q9.) विश्व की किस संस्था ने व्यापार और निवेश के उदारीकरण के लिए विकासशील देशों पर दबाव डाला है?
(1) विश्व व्यापार संगठन,
(2) विश्व बैंक,
(3) अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष,
(4) इनमें कोई नहीं।
उत्तर:- (1) विश्व व्यापार संगठन
Q10.) विश्व की सबसे बड़ी मोटरगाड़ी निर्माता कंपनी कौन है?
(1) टाटा मोटर,
(2) सुजूकी कंपनी,
(3) फोर्ड मोटर्स
(4) उनमें कोई नहीं।
उत्तर:- (3) फोर्ड मोटर्स
Q11.) डिजाइन या चित्र तैयार करनें का काम किससे की जाती है?
(1) पेजर,
(2) कम्प्यूटर,
(3) ई-बैंकिंग,
(4) इनमें कोई नहीं।
उत्तर:- (2) कम्प्यूटर
Q12.) सरकार द्वारा अवरोधों अथवा प्रतिबंधों को हटाने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं ?
(1) राष्ट्रवाद,
(2) उदारीकरण,
(3) वैश्वीकरण,
(4) निजीकरण ।
उत्तर:- (2) उदारीकरण
Q13.) निम्नांकित में से कौन विदेशी व्यापार पर एक ‘अवरोध’ है ?
(1) सेल्स टैक्स,
(2) गुणवत्ता नियंत्रण,
(3) आयात पर कर,
(4) स्थानीय व्यापार पर कर।
उत्तर:- (3) आयात पर कर
Q14.) घरेलू बाजार में बहुराष्ट्रीय कंपनियों का प्रवेश किनके लिए हानिकारक हो सकती है ?
(1) बड़े पैमाने पर निर्माता,
(2) सभी छोटे पैमाने के उत्पादक,
(3) घटिया घरेलू उत्पादक,
(4) सभी घरेलू उत्पादक ।
उत्तर:- (2) सभी छोटे पैमाने के उत्पादक
Q15.) वैश्वीकरण अब तक किस प्रकार के देशों के पक्ष में अधिक रहा है?
(1) विकासशील देश,
(2) विकसित देश,
(3) गरीब देश,
(4) इनमें कोई नहीं।
उत्तर:- (2) विकसित देश
Q16.) विदेशी निवेश वह निवेश है, जो कि_____ के द्वारा किया जाता है।
(1) देश की सरकार,
(2) गैर-सरकारी संगठन,
(3) निजी संगठन क्षेत्र,
(4) बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ ।
उत्तर:- (4) बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ ।
Q17.) निम्नांकित में कौन-सा तत्व उत्पादकों को घरेलू बाजार से बाहर व्यापार करने का अवसर देता है ?
(1) सूचना तकनीक,
(2) सार्वभौमिकरण,
(3) बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ निवेश,
(4) विदेशी प्रत्यक्ष निवेश।
उत्तर:- (2) सार्वभौमिकरण,
Q18.) विभिन्न देशों के बीच परस्पर संबंध और तीव्र एकीकरण की प्रक्रिया ही है।
(1) निजीकरण,
(2) उदारीकरण,
(3) वैश्वीकरण,
(4) इनमें कोई नहीं।
उत्तर:- (3) वैश्वीकरण
Q19.) ‘विश्व व्यापार संगठन’ का गठन करने के लिए निम्नांकित में से कौन-सा प्रमुख उद्देश्य था ?
(1) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का उदारीकरण,
(2) संपन्न देशों के व्यापार को बढ़ावा देना,
(3) गरीब देशों के व्यापार को बढ़ावा देना,
(4) द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देना।
उत्तर:- (1) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का उदारीकरण
• अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
Q1.) उदारीकरण से आपका क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:- सरकार द्वारा अवरोधक अथवा प्रतिबन्धों को हटाने की प्रक्रिया को उदारीकरण कहा जाता है।
Q2.) विदेश व्यापार के उदारीकरण से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:- विदेश व्यापार और विदेशी निवेश पर सरकार द्वारा निर्धारित अवरोधकों एवं प्रतिबन्धों को हटाने की प्रक्रिया ही विदेश व्यापार का उदारीकरण कहलाता है।
Q3.) बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ किन्हें कहा जाता है ?
उत्तर:- बहुराष्ट्रीय कंपनी वह है जो एक से अधिक देशों में उत्पादन पर स्वामित्व या नियन्त्रण रखती है।
Q4.) निवेश किसे कहते हैं ?
उत्तर:- भूमि, भवन, मशीनें और अन्य उपकरणों आदि परिसम्पत्तियों की खरीद में व्यय की गई मुद्रा को निवेश कहते हैं।
Q5.) कंटेनरों से क्या लाभ रहा है ?
उत्तर:- कंटेनरों के कारण जहाँ ढुलाई-लागत में भारी बचत हुई है वहीं माल को बाजारों तक पहुँचाने की गति में भी काफी वृद्धि हुई है।
Q6.) इंटरनेट से क्या लाभ रहा है ?
उत्तर:- इंटरनेट द्वारा आप सभी प्रकार की जानकारियाँ, जिन्हें आप जानना चाहते हैं आप एकदम प्राप्त कर सकते हैं।
Q7.) व्यापार अवरोधक से आपका क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:- व्यापार अवरोधक सरकार के हाथ में एक हथकण्डा होता है जिसका प्रयोग करके वह आयात और निर्यात में संतुलन बनाए रख सकती है।
Q8.) व्यापार अवरोधक से क्या लाभ है ?
उत्तर:- इसके द्वारा कोई भी सरकार अपने नव-विकसित उद्योगों को विश्व की प्रतिस्पर्धा से बचा सकती है।
Q9.) विश्व व्यापार संगठन के दो उद्देश्य लिखें।
उत्तर:- विश्व व्यापार संगठन के दो उद्देश्य-
(क) विश्व व्यापार संगठन की स्थापना में संयुक्त राष्ट्र संगठन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को प्रोत्साहन देने के लिए की गई। इसका मुख्यालय, स्विटजरलैंड, जेनेवा में हैं।
(ख) विश्व व्यापार संगठन देशों के बीच व्यापार के समान रूप से विकास में मदद करता है।
Q10.) भारत के बाजार में चीनी खिलौने क्यों बिक जाते हैं ?
उत्तर:- क्योंकि एक तो उनके दाम सस्ते होते हैं और दूसरे उनके डिजाइन नवीन होते हैं।
Q11.) विदेशी निवेश से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:- जब कोई कंपनी या एक देश का व्यक्ति दूसरे देश में स्थित कंपनी की संपत्ति या स्वामित्व में हिस्सेदारी में निवेश करता है तब उसे विदेशी रिमा करते हैं।
• लघु/दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Q1.) “वैश्वीकरण” से आप क्या समझते हैं ? अपने शब्दों में स्पष्ट करें।
उत्तर:- वैश्वीकरण का अर्थ होता है कि घरेलू बाजार को विश्व बाजार के साथ व्यापार, पूँजी, तकनीक, श्रम एवं सेवाओं के मुक्त प्रवाह के साथ जोड़ना या समन्वय करना। इसका घनिष्ठ संबंध उदारीकरण तथा निजीकरण की नीतियों के साथ है। वैश्वीकरण की अवधारणा निम्नांकित तथ्यों पर निर्भर करती हैं-
(क) विभिन्न देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का मुक्त प्रवाह,
(ख) विदेशी निवेश अथवा पूँजी का मुक्त प्रवाह,
(ग) टेक्नोलॉजी का मुक्त प्रवाह,
(घ) विश्व के विभिन्न देशों के बीच श्रम का मुक्त प्रवाह।
1991 ई० की नयी आर्थिक नीति के बनने के बाद भारत में वैश्वीकरण को प्रोत्साहन मिला है।
Q2.) वैश्वीकरण प्रक्रिया में बहुराष्ट्रीय कंपनियों की क्या भूमिका है ?
उत्तर:- (क) बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ प्रायः विश्व में ऐसे स्थानों की तलाश में रहती है जहाँ उनके उत्पादन की लागत कम हो ताकि अधिक से अधिक लाभ कमाया जा सके।
(ख) विभिन्विन देशों में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के निवेश में लगातार वृद्धि हो रही है |विभिन्न देशों के बीच विदेश व्यापार में भी वृद्धि हुई है।
(ग) विदेश व्यापार का एक बड़ा भाग बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा नियंत्रित एवं संचालित होता है।
(घ) इस प्रकार, बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ विभिन्न देशों के बीच संबंधों को तेजी से बढ़ा रही है। साथ ही, विभिन्न देशों के बाजारों एवं उत्पादनों का भी तेजी से एकीकरण हो रहा है।
अतः कहा जा सकता है कि, बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ वैश्वीकरण की प्रक्रिया में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
Q3.)व्यापार और निवेश नीतियों का उदारीकरण वैश्वीकरण प्रक्रिया में व्या कैसे सहायता पहुँचाती है ? किन्हीं चार का उल्लेख करें।
उत्तर:- (क) व्यापार और निवेश नीतियों के उदारीकरण के परिणामस्वरूप आयात-निर्यात तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियों के विस्तार को प्रोत्साहन प्राप्त होता है।
(ख) इससे विभिन्न देशों को एक-दूसरे के नजदीक आने का अवसर प्राप्त होता है, वैश्वीकरण का मार्ग प्रशस्त होता है।
(ग) विभिन्न देशों के बीच मुक्त व्यापार से वैश्वीकरण की प्रक्रिया को बल मिलता है।
(घ) व्यापार के उदारीकरण से व्यवसायियों को मुक्त रूप से निर्णय लेने का अवसर प्राप्त होता है कि वे किन वस्तुओं का आयात-निर्यात करें।
(ङ) इसी प्रकार, निवेश पर से प्रतिबंध हटा लेने पर बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा निवेश की संभावना बढ़ जाती है।
इस तरह, व्यापार और निवेश नीतियों का उदारीकरण वैश्वीकरण की प्रक्रिया में सहायता पहुँचाता है।
Q4.) श्रम कानूनों में लचीलापन कंपनियों की कैसे मदद करेगा ?
उत्तर:- श्रम कानूनों में लचीलापन अनेक प्रकार से कंपनियों की मदद करेगा, इसी आशा से भारतीय सरकार ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों को श्रम कानूनों में कई रियायतें दी हैं-
(क) संगठित क्षेत्र की कंपनियों को श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए अनेक नियमों का पालन करना पड़ता है परन्तु हाल के वर्षों में इन बहुराष्ट्रीय कंपनियों को अनेक नियमों में छूट की अनुमति दे दी है।
(ख) दूसरे, श्रम लागत को कम करने के उद्देश्य से बहुराष्ट्रीय कंपनियों को छोटी अवधि के लिए श्रमिकों को नियुक्त करने की भी अनुमति दे दी है। काम के दबाव कम होते ही ये कंपनियाँ ऐसे अस्थायी सदस्यों की छंटनी भी कर सकती हैं।
श्रम कानूनों में आए लचीलेपन के कारण बहुत सी बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भारत में अपना कारोबार शुरू कर दिया है और बहुत-सी कंपनियाँ ऐसा करने जा रही हैं।
Q5.) विदेशी व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों के एकीकरण में किस प्रकार मदद करता है। अपने शब्दों में व्याख्या करें।
उत्तर:- इस बात में कोई भी शक नहीं कि विदेशी व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों के एकीकरण में बड़ी मदद करता है। यह निम्नांकित ढंग से होता है-
(क) विदेशी व्यापार के कारण एक देश का उत्पादक वर्ग अपना माल दूर-दूर के देशों में बिक्री के लिए भेज सकता है।
(ख) यदि उनका माल अच्छा और सस्ता हो तो विश्व के बाजार में उनके माल की माँग कई गुणा बढ़ सकती है और उनके नाम में भी चार चाँद लग जाते हैं।
(ग) विदेशी व्यापार के परिणामस्वरूप ब्लैक-मार्केट या काला बाजार का डर नहीं रहता क्योंकि विश्व के बाजार में चीजें खुले आम मिलने लगती है।
(घ) ग्राहकों को विदेशी व्यापार के कारण सबसे अधिक लाभ होता है। अब उन्हें विभिन्न प्रकार की चीजें उनके अपने देश में ही उपलब्ध होने लगती हैं तो उन्हें माल अच्छा और सस्ता मिलने लगता है।
Q6.) “वैश्वीकरण का प्रभाव एक समान नहीं है। इस कथन को अपने शब्दों में व्याख्या करें।
उत्तर:- उपभोक्ताओं, उत्पादों एवं श्रमिकों पर वैश्वीकरण का प्रभाव समान नहीं है। इसके कुछ प्रभाव धनात्मक हैं तथा कुछ ऋणात्मक हैं।
धनात्मक प्रभाव-
(क) शहरी क्षेत्रों के उपभोक्ताओं पर इसका प्रभाव लाभप्रद होता है।
(ख) कुशल एवं प्रशिक्षित श्रमिकों पर भी इसका प्रभाव धनात्मक होता है।
(ग) बहुराष्ट्रीय कंपनियों को कच्चे माल की आपूर्ति करने से स्थानीय कंपनियाँ समृद्ध हुई हैं।
ऋणात्मक प्रभाव-
(क) छोटे विनिर्माताओं पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
(ख) कई छोटी इकाइयाँ बंद हो गई हैं जिससे वहाँ काम करने वाले बहुत से श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं।
(ग) छोटे एवं कुटीर उद्योग धंधों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के कारण ग्रामीण अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
Q7.) बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ, अन्य कंपनियों से किस प्रकार अलग है ?
उत्तर:- बहुराष्ट्रीय कंपनी किसी अन्य कंपनी से निम्न प्रकार से भिन्न होती हैं-
बहुराष्ट्रीय कंपनी
(a) यह एक से अधिक देशों में उत्पादन का स्वामित्व या नियंत्रण रखती है।
(b) यह उन देशों में उत्पादन हेतु कारखाने या कार्यालय स्थापित करती है जहाँ इसे श्रम एवं अन्य संसाधन सस्ते मिलते हैं।
(c) चूँकि बहुराष्ट्रीय कंपनी के लिए उत्पादन की लागत कम होती है, इसीलिए यह अधिक लाभ कमाती है।
अन्य कंपनी
(a) यह एक देश के भीतर ही उत्पादन का स्वामित्व या नियंत्रण रखती है।
(b) इसके पास ऐसा कोई विकल्प नहीं होता है।
(c) इसके पास अधिक लाभ कमाने के लिए ऐसी कोई संभावना नहीं होती है।
Q8.) विदेश व्यापार तथा विदेशी निवेश में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:- बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा परिसंपत्तियों, जैसे- भूमि, भवन, मशीन तथा अन्य उपकरणों की खरीद में व्यय की गई मुद्रा को विदेशी निवेश कहा जाता है। सरकार अपने देश में बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा निवेश को प्रोत्साहित करती है, क्योंकि इससे देश की आय एवं रोजगार में वृद्धि होती है। इसके विपरीत विदेशी व्यापार वह प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत उत्पादित माल को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में विक्रय के लिए पहुँचाया जाता है। इसके अन्तर्गत आयात एवं निर्यात दोनों ही होता है। किसी भी देश का यह प्रयास होता है कि विदेशी व्यापार के अन्तर्गत निर्यात बढ़े और आयात कम हो। इससे विदेशी मुद्रा में वृद्धि होती है।
Q9.) सरकारें अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करने का प्रयास क्यों करती हैं?
उत्तर:- सरकारें निम्नांकित कारणों से अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करने का प्रयास करती हैं-
(क) विदेशी निवेश से देश में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
(ख) इससे उत्पादन में न केवलं वित्त बल्कि प्रबंधकीय एवं तकनीकी विशेषज्ञ तथा नई प्रौद्योगिकी भी प्राप्त होती है।
(ग) यह स्थानीय कंपनियों को परिवहन एवं प्रशिक्षण एजेंटों जैसी सहायक सेवाओं में अधिक निवेश के लिए प्रोत्साहित करती हैं। साथ ही, यह विदेशी कंपनियों के साथ सहयोग को भी प्रेरित करती हैं।
(घ) विदेशी निवेश से प्राप्त लाभों का एक भाग सामान्यतः संबंधित उद्योगों के विस्तार एवं आधुनिकीकरण में निवेश किया जाता है।
(ङ) विदेशी निवेश से प्राप्त सामाजिक प्रतिफल उनसे प्राप्त निजी प्रतिफलों की अपेक्षा अधिक होते हैं।
(च) सरकारें विदेशी फर्मों के लाभ पर कर लागाकर एवं रियायत समझौतों से रॉयल्टी द्वारा राजस्व प्राप्त करती हैं।