jac class 10 solution chapter 3: धातु एवं अधातु |hindi medium

Jac Board class 10 science chapter 2 अम्ल क्षारक एंव लवन Hindi Medium | Jac Board Solutions Class 10 science | Class 10 science chapter 2 अम्ल क्षारक एंव लवन

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jac class 10 solution chapter 3: धातु एवं अधातु

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chapter 3 धातु एंव अधातु  

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Jac Board Class 10 science Chapter 3: धातु एंव अधातु

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jac class 10 solution chapter 3: धातु एवं अधातु

अध्याय 3 : धातु एंव अधातु (Metals and Nonmetals)

अघातवर्ध्यता :- धातुओं को पिट कर पतले चादर के रूप में परिवर्तन किया जा सकता है , धातुओं को इस गुणधर्म को अघातवर्ध्यता कहते है |

तन्यता :- धातुओं को पतले तार के रूप में खींचने की क्षमता को तन्यता कहते है |

ध्वनिक :- धातुएँ कठोर पदार्थ से टकराने पर आवाज उत्पन्न करती है , जिसे ध्वनिक कहते है |

अपरूप :- वे धातुएँ जो पृथ्वी पर विभिन्न रूपों में पाए जाते है , उनके रूपों को अपरूप कहते है |

जैसे:- कार्बन → हिरा , ग्रेफाइट

एनोडिकरण :- एलुमिनियम पर मोटी ऑक्साइड की परत निर्माण करने की प्रक्रिया को एनोडिकरण कहते है |

एक्वारोज़िया :- सांध्र हाइड्रोक्लोरिक अम्ल और संध्र नाइट्रिक अम्ल के 3 :1 के मिश्रण को एक्वारोज़िया कहते है |

इसका उपयोग सोना को गलाने के लिए किया जाता है |

उभयधर्मी ऑक्साइड :- ऐसे धातु ऑक्साइड जो अम्ल और क्षारक दोनों से अभिक्रिया कर लवन तथा जल का निर्माण करता है | उसे उभयधर्मी ऑक्साइड कहते है | 

जैसे:- Al O3 , ZnO

थर्मिट अभिक्रिया :- आयरन ऑक्साइड और एलुमिनियम को अभिक्रिया कराकर रेल की पटरी मशीन , मशीन पुर्जा की स्राराओं को जोड़ने में इसका उपयोग किया जाता है | 

Fe2 O3 + 2Al → 2Fe + Al2 O3 + ऊष्मा  

विधुत अप्घटनी परिष्करण :- धातुओं की जिस प्रक्रिया द्वारा शुध्दिकरण किया जाता है , उस प्रक्रिया को विधुत अप्घटनी परिष्करण कहते है |

संक्षारण :- जब कोई धातु अपने आस पास के अम्ल आर्द्रता तथा नमी के संपर्क में आता है , तो उस पर आवान्ध्न्य परत चढ़ जाती है | ( संक्षारित ) हो जाती है , जिसे संक्षारण कहते है | 

अमलगम :- पारद धातु के मिश्रातु को अमलगम कहते है |

अभिक्रियाएँ 

धातु के साथ ऑक्सीजन की अभ्क्रिया 

धातु + ऑक्सीजन → धातु ऑक्साइड 

2Mg + O2 → 2MgO 

 ◊ धातु के साथ जल की अभिक्रिया 

धातु + जल → धातु ऑक्साइड + H2

Mg + H2 O → MgO + H2

धातु एंव अधातु में भौतिक अंतर

धातु अधातु 
1. धातु ठोस होती है |1. अधातु ठोस नही होती है |

2. धातु चमकदार होती है |

2. अधातु चमकदार नही होती है |
3. धातु तन्य होती है | 3. अधातु तन्य नही होती है |
4. धातु आघातवर्ध्य होती है |4. अधातु आघातवर्ध्य नही होती है |
5.धातु का अपना ध्वनिक होती है |5. अधातु का अपना द्वानिक नही होती है |
6. धातु विधुत का चालन करता है |6. अधातु विधुत का चालन नही करता है | 

धातु ऑक्साइड के साथ जल की अभिक्रिया 

धातु ऑक्साइड + जल → धातु हाइड्रोऑक्साइड 

CaO + H2O → CaO (OH)2

धातु एंव अधातु में रासायनिक अंतर :

धातु अधातु 
1. धातु में धन आयन होता है | 1. अधातु में ऋण आयन होता है |
2. धातु ऑक्साइड क्षारीय प्रकृति का होता है |2. अधातु ऑक्साइड अम्लीय प्रकृति का होता है | 
3. धातु अम्ल से अभिक्रिया कर लवन और जल बनता है |3. अधातु ऐसा नही करते | 
4. धातु ऑक्सीजन से अभिक्रिया कर धातु ऑक्साइड बनाता है | 4. अधातु ऑक्सीजन से अभिक्रिया कर अधातु हाइड्रोऑक्साइड बनाता है |
5. धातु उपचायक अभिकारक होते है | 5. अधातु अपचयक अभिकारक होते हैं |

सक्रिय श्रेणी :- सक्रिय श्रेणी वह सूचि है , जिसमे धातुओं को उनके क्रियाशीलता के आधार पर अवरोही क्रम में सूचित श्रेणी कहते है |

Q1.) सोडियम को केरोसिन में डुबो कर क्यों रखा जाता है ?

उत्तर:- क्योंकि सोडियम बहुत क्रियाशील धातु है ., इसे खुले में छोड़ देने पर यह ऑक्सीजन से अभिक्रिया कर तुरंत आग पकड़ लेती है | इसलिए इसे सुरक्षित रखने के लिए केरोसिन में डुबो कर रखा जाता है | 

Q2.) इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखें ?

  1. भाप के साथ आयरन 
  2. जल के साथ कैल्सियम तथा पौटेशियम

उत्तर:-  

(1) 3Fe (s) + 4H2O (g) → Fe3O (s) + 4H (g) 

(2) Ca + H2O → Ca (OH)2 + H2

   K + H2O → KOH +H2

Q3.) अभिक्रियाषित धातु को तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में डाला जाता है , तो कौन सी गैस निकलती है ? आयन के साथ H2SO4 का रासायनिक अभिक्रिया लिखिए ?

उत्तर:- हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है |

Fe + H2SO4 → Fe SO4 + H2

Q4.) जिंक को आयरन ( II ) सल्फेट के विलियन में डालने से क्या होता है ? इसका रासायनिक अभिक्रिया लिखें ? 

उत्तर:-  जिंक( Zn ) आयरन(Fe) से अधिक क्रियाशील धातु है | इसलिए जिंक , आयरन को आयरन सल्फेट के विलियन से विस्थापित कर देती है | 

FeSO4 + Zn → ZnSO4 + Fe

Q5.) निम्न पदों की परिभाषा दीजिए :- 

  1. खनिज 
  2. अयस्क
  3. गैंग 

उत्तर:- 

(1) खनिज :-  ऐसे प्रकृति पदार्थ जिसमे अपने यौगिकों के रूप में पाई जाती है , वे खनिक कहलाता है | 

या 

पृथ्वी की भूपर्पटी  में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले तत्वों या यौगिकों को खनिज कहते है | 

(2) अयस्क :- वे खनिज जिसमे किसी विशेष धातु की मात्रा अधिक होती है , उसे अयस्क कहते है |

(3) गैंग :- अयस्क में विधमान अशुध्दियों को गैंग कहते हैं |

Q6.) दो धातुओं का नाम बताएँ जो प्रकृति में मुक्त अवस्था में पी जाती है ?

उत्तर:- सोना तथा प्लैटिनम 

Q7.) धातु को उसके ऑक्साइड से प्राप्त करने के लिए किस रासायनिक प्रक्रम का उपयोग किया जाता है ? 

उत्तर:- कम क्रियाशील धातु के ऑक्साइडों केवल गर्म काके सांगत धातुओं को प्राप्त किया जाता है |

जैसे:- HgS + O2 → HgS + SO2 

        HgS → Hg + O2

सक्रियता श्रेणी में स्थित धातुओं के ऑक्साइड को कार्बन ( c) के साथ गर्म करके धातुओं में अपचयित करते है | 

ZnO + C → Zn + CO2

इसे अपचयित क्रिया कहते है | 

Q8.) कौन सी धातु आसानी से संक्षारित नही होती ?

उत्तर:- सोना तथा प्लैटिनम 

Q9.) मिश्रतु क्या है ?

उत्तर:- दो या दो से अधिक धातुओं के सामांगी मिश्रण को मिश्रतु कहते है |

Q10.) युगल विस्थापन अभिक्रिया प्रदर्शित करता है  ?

उत्तर:- AgNO विलियन और कॉपर ( CU ) धातु |

Q11.) कोई धातु ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर उच्य गलनांक वाला यौगिक निर्मित करता है ? यह यौगिक जल में विलेय है ? यह तत्व क्या हो सकता है ? 

उत्तर:- कैल्सियम (Ca) 

Q12.) खादय पदार्थों के डिब्बों पर जिंक की बजाय टिन का लेप होता है क्यों ? 

उत्तर:- क्योंकि टिन की अपेक्षा जिंक अधिक अभिक्रियाशील धातु है |

Q13.) दो धातुओं के नाम बताएँ जो तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर देंगे तथा दो धातुएँ जो ऐसा नही कर सकती है ?

उत्तर:

विस्थापित करने वाली धातुएँ :- 

  • मैग्नीशियम और एलुमि इउम ( Mg , Al ) 

विस्थापित न करने वाली धातुएँ :-

  • सिल्वर और कॉपर ( Ag , Cu ) 

Q14.) उभयधर्मी ऑक्साइड क्या होते है |दो उभयधर्मी ऑक्साइड का उदाहरण दें ? 

उत्तर:- ऐसा धातु ऑक्साइड जो अम्ल और क्षारक दोनों से अभिक्रिया कर लवन तथा जल का निर्माण करता है | उसे उभयधर्मी ऑक्साइड कहते है | 

( क्षारीय व्यवहार )

   ZnO + NaOH → Na2 ZnO2 + H2O

(अम्लीय व्यवहार )

 ZnO + HCl → ZnCl2 + H2O

(क्षारीय व्यवहार) 

Al2O + NaOH → NaAl2 + H2O

(अम्लीय व्यवहार) 

Al2O3 + HCl → AlCl3 + H2O

Q15.) किसी धातु M के विधुत अपघटनी परिष्करण में आप एनोड केथोड एंव विधुत अपघट्य किसे बनाएगा ?

उत्तर:- 

एनोड: अशुध्द धातु M की एक मोटी छड़ |

कैथोड: शुध्द धातु की पतली सी छड़ |

विधुत अपघट्य :- धातु के किसी लवन का जलीय विलियन |

Q17.) लोहे को जंग से बचाने के लिए दो तरीके बताएँ ?

उत्तर:- 

  1. लोहे की वस्तुओं पर पेंट करके |
  2. लोहे की वस्तुओं पर जिंक आदि की  परत चढ़ाकर |

Q17.) ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर धातुएँ कैसे ऑक्साइड बनाती है ? 

उत्तर:- अम्लीय ऑक्साइड |

Q18.) गर्म जल का टैंक बनाने में तांबे का उपयोग होता है , परन्तु इस्पात (लोहे की मिश्रातु) का नही क्यों ? 

उत्तर:– आयरन की तुलना में कॉपर ऊष्मा की चालक होती है , कॉपर गर्म जल के साथ अभिक्रिया नही करती परन्तु आयरन गर्म जल से अभिक्रिया करती है | 

Fe + H2O → Fe3O4 + H2

Q19.) आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च क्यों होता है ?

उत्तर:- आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च इसलिए होता है क्योंके इनके बिच का आकर्षण बल काफी मजबूत होता है | तथा इनका बिच के आकर्षण बल को तोड़ने के लिए ऊर्जा की पर्याप्त मात्रा में आवश्यकता होती है |

Q20.) सक्रियता श्रेणी किसे कहते है ? हाइड्रोजन एक अधातु है फिर भी उसे सक्रियता श्रेणी में रखा गया है क्यों ? 

उत्तर:- सक्रीयता श्रेणी वह सूचि है जिसमे धातुओं को उनके क्रियाशीलता के आधार पर अवरोही क्रम में सूचि किया जता है , जिसे सक्रियता श्रेणी कहते है | हाइड्रोजन भी धातुओं की तरह इलेक्ट्रोन का त्याग करता है और धनायन बनाता है | इसलिए हाइड्रोजन को सक्रियता श्रेणी में रखा गया है | 

Q21.) ताँबा धातु का परिष्करण किस प्रकार किया जाता है ? 

उत्तर:- ताँबा धातु का परिष्करण विधुत अपघटनी परिष्करण द्वारा किया जाता है | विधुत अपघटनी सेल में CuSO4 अम्लिकृत जलीय विलियन लिया जाता है और शुध्द ‘Cu’ का एनोड एंव अशुध्द ‘Cu’ का कैथोड लिया जीता है | जब उसमे विधुत धारा प्रभावित की जाती है तो शुध्द ‘Cu’ धातु कैथोड पर तथा अशुध्दियाँ एनोड पर जमा हो जाती है | 

कैथोड पर :- Cu²⁺ +  2e¯ → Cu 

एनोड:- Cu → Cu²⁺ + 2e¯

 

Q22.)भर्जन और निस्थापन में अंतर बताएँ ?

उत्तर:- 

भर्जन निस्थापन 
1.) इसमें अयस्क को वायु की उपस्थिति में गर्म किया जाता है |1.) इसमें अयस्क को वायु की अनुपस्थिति में गर्म किया जाता है |
2.) यह सल्फाईड अयस्क के लिए प्रयुक्त होती है |2.) यह कार्बोनेट अयस्क के लिए प्रयुक्त होती है |
3.) 2ZnS + 3O2 → 2ZnO + 2SO23.) CaCO3 → CaO + CO2

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