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class 7 History chapter 1 मध्यकाल में भारत
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कक्षा | 7th |
विषय | इतिहास |
अध्याय | 1 |
अध्याय का नाम | मध्यकाल में भारत |
पाठ्यक्रम का प्रकार | JAC Board |
माध्यम | हिंदी |
शैक्षणिक वर्ष | 2024 – 25 |
समाधान का प्रारूप | पीडीएफ / ऑनलाइन |
समाधान की भाषा | हिंदी |
मूल्य | निःशुल्क |
Jac Board Class 7 History Chapter 1: मध्यकाल में भारत
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कक्षा 7 इतिहास अध्याय 1 : मध्यकाल में भारत
♦ रिक्त स्थानों की पूर्ति करें -
(क) अल इद्रीसी एक ………………… था |
(ख) भारत का मध्यकालीन इतिहास ……………. वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों का अध्ययन है |
(ग) नक्शाया मानचित्र बनानेवाला व्यक्ति ……………….. कहलाता है |
(घ) अरबों के सिंध विजिय की जानकारी ………………… नमक पुस्तक से मिलती है |
(ङ) इतिहास की जानकारी के लिए किसी क्षेत्र विशेष के…………………. को जानना जरूरी है।
उत्तर :-
(क) भूगोलवेत्ता एवं लेखक,
(ख) 1000,
(ग) मानचित्रकार,
(घ) चचनामा,
(ङ) भौगोलिक परिस्थितियों
♦ निम्नांकित पुस्तकों का उसके लेखक के साथ मिलान करें -
पुस्तक का नाम | लेखक का नाम |
---|---|
(क) तहकीक-ए-हिंद | (a) अमीर खुसरो, |
(ख) तबकात-ए-नासिरी | (b) अल-बेरुनी, |
(ग) ताज-उल-मासिर | (c) मिन्हाज-ए-सिराज, |
(घ) मसनवी | (d) हसन निजामी । |
उत्तर :- (क) → (b) , (ख) → (c) , (ग) → (d) , (घ) → (a)
अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
Q1.) जियाउद्दीन बरनी कौन था ?
उत्तर:– जियाउद्दीन बरनी 14वीं सदी के प्रसिद्ध इतिहासकार थे। उन्होंने 1356 ई० और 1358 ई० में दो वृत्तांत लिखें।
Q2.) हिन्दू धर्मग्रंथ भगवद्गीता क्या संदेश देती है ?
उत्तर:- ‘भगवद्गीता’ हिन्दू धर्म का पवित्र धर्मग्रंथ है। इसमें ज्ञानयोग एवं कर्मयोग के आधार पर किसी भी प्रकार के भेदभाव को मिटाकर समभाव का संदेश दिया गया है।
Q3.) इस्लाम धर्मग्रंथ कुरआन शरीफ क्या संदेश देता है ?
उत्तर:- कुरआन शरीफ इस्लाम धर्म का पवित्र धर्मग्रंथ है। ऐसी मान्यता है कि यह अल्लाह के संदेशों का संग्रह है जिसे उसने अपने दूत जिब्राइल के माध्यम से पैगम्बर मोहम्मद तक पहुँचाया। यह ग्रंथ एक ईश्वर की सत्ता को स्वीकार करता है तथा प्रेम, करुणा एवं उदारता में विश्वास का संदेश देता है।
Q4.) जब छापेखाने नहीं होते थे, तब पुस्तकें कैसे तैयार होती थी ?
उत्तर:- जब छापेखाने नहीं होते थे, तब पुस्तकें पाण्डुलिपियों में तैयार किया जाता था। पाण्डुलिपियों को अभिलेखागार या पुस्तकालय में सुरक्षित रखा जाता था। छापेखाने के अभाव में पांडुलिपियों की प्रतिकृति लिपिक या नकलनवीस हाथ से बनाते थे।
Q5.) इस्लाम धर्म में आस्था रखनेवाले व्यक्ति का व्यवहार कैसा होता है ?
उत्तर:- इस्लाम धर्म में आस्था रखनेवाले व्यक्ति एक ईश्वर की सत्ता को स्वीकार करता है तथा प्रेम, करुणा एवं उदारता में विश्वास करनेवाले प्रत्येक व्यक्ति को गले लगाता है। भले उस व्यक्ति की सामाजिक व आर्थिक स्थिति कुछ भी क्यों न हो।
Q6.) सनातन धर्म में उत्पन्न किन्हीं दो पंथों के नाम लिखें ?
उत्तर:- सनातन धर्म में उत्पन्न दो पंथों के नाम शैव पंथ एवं वैष्णव पंथ है।
Q7.) बेगार किसे कहा जाता है ?
उत्तर:– जब किसी मजदूर को काम करने के बाद पारिश्रमिक में कुछ नहीं मिलता है, तो उस काम को बेगार कहा जाता था।
Q8.) तबकात् से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:- सामान्य इतिहास से संबंधित ग्रंथ को तबकात् कहा जाता है, जिसमें विभिन्न वर्गों के बारे में ऐतिहासिक जानकारी दी जाती |
Q9.) अमीर खुसरो कौन थे ?
उत्तर:– अमीर खुसरो मध्यकाल के एक महान विद्वान एवं कवि थे।
Q10.) मानचित्रकार किसे कहते हैं ?
उत्तर:– जो व्यक्ति मानचित्र, नक्शे आदि बनाता है उसे मानचित्रकार कहते हैं।
Q11.) अरब भूगोलवेत्ता अल इद्रीसी ने क्या बनाया था ?
उत्तर:– अरब भूगोलवेत्ता इद्रीसी ने 1154 में दुनियाँ का बड़ा मानचित्र बनाया था जिसमें भारतीय उपमहाद्वीप को दर्शाया।
Q12.) मानचित्र ॥ को किसने बनाया था ?
उत्तर:- फ्रांसीसी मानचित्रकार ने 1720 ई० में मानचित्र ॥ बनाया था।
Q13.) अभिलेखागार क्या है ?
उत्तर:- अभिलेखागार ऐसा स्थान है जहाँ दस्तावेजों और पांडुलिपियों को संग्रहीत किया जाता है। जहाँ तमाम पुराने सरकारी अभिलेख तथा लेन-देन के ब्योरों का रिकार्ड रखा जाता है उसे राष्ट्रीय अभिलेखागार कहा जाता है।
Q14.) नई और पुरानी शब्दावली समयानुसार किस प्रकार बदलती है?
उत्तर:- हिन्दुस्तान को आधुनिक राष्ट्र राज्य ‘भारत’ के अर्थ में लेते हैं परन्तु तेरहवीं शताब्दी में फारसी इतिहासकार मिन्हाज-ए-सिराज के हिन्दुस्तान शब्द का प्रयोग पंजाब, हरियाणा और गंगा यमुना के बीच में स्थित इलाकों से था।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
Q1.) ‘हिंदुस्तान’ शब्द का प्रयोग किन-किन संदर्भों में होता रहा है ?
उत्तर:– हिन्दुस्तान शब्द का प्रयोग भारत के लिए करते हैं। 13वीं सदी में फारसी इतिहासकार मिन्हाज-ए-सिराज ने इस शब्द का प्रयोग केवल पंजाब, हरियाणा और गंगा-यमुना के बीच में स्थित क्षेत्रों के लिए किया था। ये सभी क्षेत्र दिल्ली के सुल्तान के अधिकार क्षेत्र में थे। कालांतर में सल्तनत का विस्तार दक्षिण भारत में भी हुआ, लेकिन हिन्दुस्तान शब्द में दक्षिण भारत का समावेश कभी नहीं हुआ। सोलहवीं सदी में बाबर ने इस शब्द का प्रयोग इस महाद्वीप के भूगोल, पशु-पक्षी तथा यहाँ के लोगों के रहन-सहन का वर्णन करने के लिए किया। इससे पहले चौदहवीं सदी के कवि अमीर खुसरो ने भारत के भौगोलिक एवं सांस्कृतिक पहचान के लिए हिंद शब्द का प्रयोग किया था। लेकिन उस काल में हिंदुस्तानशब्द से वर्तमान राजनीतिक एवं राष्ट्रीय अर्थ नहीं जुड़े थे।
Q2.) मध्यकाल में कृषि में किस नयी तकनीक का इस्तेमाल किया जाने लगा ?
उत्तर:- मध्यकाल में अलग-अलग समय पर कुछ नवीन प्रौद्योगिकियों का प्रयोग प्रारंभ हुआ। कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलता है। अब सिंचाई रहट से होने लगी, जिससे उत्पादन में वृद्धि हुई। कताई में चरखे का इस्तेमाल होने लगा। इसी काल में युद्ध के दौरान तोप, एवं बारूद वाले अन्य हथियारों का प्रयोग होने लगा। इसी कालावधि में आलू, मक्का, मिर्च, चाय, और कॉफी जैसी फसलें यहाँ विदेशियों के द्वारा लायी गई।
Q3.) इतिहासकारों के लिए एक लेखक की बात का पता लगाने के लिए विभिन्न पाण्डुलिपियों का अध्ययन क्यों जरूरी होता है ?
उत्तर:- पाण्डुलिपियों को अभिलेखागार या पुस्तकालय में सुरक्षित रखा जाता था। छापेखाने के अभाव में पांडुलिपियों की प्रतिकृति लिपिक या नकलनवीस हाथ से बनाते थे। ऐसा करते समय लिपिक कुछ शब्दों अथवा वाक्य में फेर-बदल कर देते थे। कालांतर में इन प्रतिलिपियों की भी प्रतिलिपियाँ बनायी जाती थी। जिस कारण एक मूल ग्रंथ की कई प्रतिलिपियों में काफी अंतर आ जाता था। इसलिए इतिहासकारों को मूल लेखक की बातों को समझने के लिए विभिन्न प्रतिलिपियों का अध्ययन करना जरूरी होता है।
Q4.) मध्यकालीन इतिहास के विभिन्न स्रोतों में आप किस स्रोत को ज्यादा महत्वपूर्ण मानते हैं ?
उत्तर:– मध्यकालीन इतिहास के विभिन्न स्रोतों में से पुरातात्विक स्रोत महत्त्वपूर्ण है क्योंकि पुरातात्विक स्रोत में सिक्के, स्थापत्य (भवन निर्माण कला) इत्यादि आते हैं। इस काल में कई स्मारकों का निर्माण हुआ। दक्षिण के राजाओं के द्वारा कई मंदिरों का निर्माण में कई स्मारकों का निर्माण कराया गया। सल्तनत एवं मुगल काल के शासकों ने कई मसजिदें एवं मकबरे बनवाये। ये भवन उस काल के भवन निर्माण की तकनीक एवं कला को स्पष्ट करते हैं। इनमें से अधिकांश आज भी हमारे धरोहर के रूप में मौजूद है। इस कालावधि में कई शासकों ने अपने-अपने सिक्के चलाये। ये सिक्के सोना, चाँदी या काँसे के थे, जिससे उस शासक के साम्राज्य की आर्थिक स्थिति का पता चलता है। सिक्कों में शासक राजचिन्ह या अपना नाम उत्कीर्ण करवाते थे।
Q5.) पांडुलिपियों के उपयोग में इतिहासकारों के सामने कौन-कौन सी समस्याएँ आती है ?
उत्तर:- पांडुलिपियों के उपयोग में इतिहासकारों के सामने बहुत सी समस्याएँ आती हैं उनमें से कुछ निम्नांकित हैं-
- (क) पांडुलिपियाँ बुरी तरह से लिखी हुई थीं जिन्हें समझना बहुत कठिन था।
- (ख) कभी-कभी हस्तलेख न समझ पाने के कारण इतिहासकारों पर लिखे हुए को समझने का दबाव रहता है।
- (ग) जैसे-जैसे लेखक पांडुलिपियों की नकल करते हैं, वे उनमें
कुछ बदलाव भी करते हैं जो धीरे-धीरे बढ़ते चले जाते हैं। - (घ) इतिहासकारों को नकल पर निर्भर रहना पड़ता है क्योंकि मूल पांडुलिपियाँ मुश्किल से मिलती हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
Q1.) मध्यकाल में भारत में हुए महत्त्वपूर्ण परिवर्त्तनों का वर्णन करें।
उत्तर:-एक हजार वर्षों के अंतराल में भारत में अनेक परिवर्तन बड़े पैमाने पर हुए। यह परिवर्तन राजनीति, आर्थिक, सामाजिक एवं धर्म के क्षेत्र में हुए। हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में कई क्षेत्रीय राजाओं का उदय हुआ। बड़े क्षेत्रों में अधिकार प्राप्त करने के लिए इन राजाओं में अकसर लड़ाइयाँ होती रही। अलग-अलग भाषाओं एवं संस्कृतियों के चलते ये बाहरी खतरों से निपटने में एकजुट नहीं हो सके। परिणामतः भारत में कई बाहरी आक्रमण हुए तथा इन आक्रमणों की सफलता के बाद नए-नए साम्राज्यों की स्थापना हुई। मुगल वंश के पतन के काल में क्षेत्रीय राज्य फिर से उभरने लगे थे।
तेरहवीं सदी में तुर्कों एवं अफगानों तथा सोलहवीं सदी में भारत में मुगलों के साम्राज्यों की स्थापना हुई। इस लंबे समयांतराल में हिन्दुओं एवं मुस्लिमों के आपसी संपर्क के कारण इस उपमहाद्वीप में एक ऐसी संस्कृति का जन्म हुआ जिसमें हिन्दू एवं मुस्लिम परंपराओं का समावेश था। इस संस्कृति की छाप स्पष्ट रूप से मध्यकाल की भाषा, साहित्य, चित्रकला, वास्तुकला तथा मूर्तिकला में दिखती है।
Q2.) सन् 700 से 1750 के मध्य गतिशीलता क्यों बढ़ी ? गतिशीलता शब्द का अर्थ लिखते हुए बताएँ कि भारतीय वनवासियों में गतिशीलता क्यों अधिक दिखाई दी ?
उत्तर:- (क) गतिशीलता- सन् 700 से 1750 के मध्य के युग में भारतीय लोगों की गतिशीलता अर्थात एक स्थान से दूसरे स्थान पर आना-जाना बहुत बढ़ गया था। कारण-
- (a) इस काल में अवसर की तलाश में लोगों के झुंड के झुंड दूर-दूर की यात्रा करने लगे थे। ये अक्सर काम-धंधे, कृषि, सरकारी नौकरियों, व्यापारियों आदि से जुड़े थे।
- (b) भारत उपमहाद्वीप में अपार संपदा और अपना भाग्य गढ़ने के लिए अपार संभावनाएँ मौजूद थीं।
- (c) इस काल में कुछ समुदायों का राजनीतिकरण बढ़ गया था। इनमें राजपूत समुदाय प्रमुख था। राजपूत शब्द में ‘राजपुत्र (अर्थात् राजा का पुत्र) से निकला है। ये योद्धा क्षत्रिय वर्ग के होते थे। अन्य समुदायों ने मौका का लाभ उठाया। इनमें प्रमुख रूप से मराठा, सिक्ख, जाट, अहोम और कायस्थ (जो मुख्य रूप से लिपिकों और मुंशियों का कार्य करने वाली जाति थी) शामिल थे।
(ख) वनवासियों में गतिशीलता- इस पूरे युग में अनेक जगहों पर जंगलों की कटाई हो रही थी और खेती का इलाका बढ़ता जा रहा था। कुछ क्षेत्रों में यह परिवर्तन अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा अधिक तेजी से और पूरे तौर पर हुआ। पर्यावास में परिवर्तन के कारण अनेक वनवासियों को मजबूर होकर अपना स्थान छोड़ना पड़ा।
(ग) कुछ और वनवासी जमीन की जुताई करने लगे और कृषक बन गए। कृषकों को ये नये समूह क्षेत्रीय बाजार, मुखियाओं, पुजारियों, मठों और मंदिरों से प्रभावित होने लगे। वे बड़े जटिल समाजों के अंग बन गए। उन्हें कर चुकाने पड़ते थे और स्थानीय मालिक वर्ग की बेगार करनी पड़ती थी।
Q3.) उपमहाद्वीप के वर्तमान मानचित्र-1 और मानचित्र-2 के बीच समानताएँ और अंतर लिखें।
उत्तर:- समानताएँ-
- (क) तट रेखा वैसे ही लगभग घुमावदार है जैसे कि वह वर्तमान समय के मानचित्र में है।
- (ख) तटीय क्षेत्रों का नाम भी लगभग समान है।
- (ग) मानचित्र में अधिकतर स्थानों की अवस्थिति (अक्षांश और देशांतर) लगभग सही है।
अंतर:-
- (क) वर्तमान समय का मानचित्र रंगीन है जिसमें जल का रंग आसमानी दिखाया गया है।
- (ख) वर्तमान समय के मानचित्र में उपमहाद्वीप की तटीय सीमा भी प्रदर्शित है।
Q4.) मध्य काल के दौरान हुए कुछ मुख्य धार्मिक परिवर्तनों की जानकारी दें।
उत्तर:- मध्य काल के दौरान हुए मुख्य धार्मिक परिवर्तन निम्नांकित थे-
- (क) हिन्दु धर्म में नए-नए देवताओं की पूजा शुरू हुई, और राजाओं द्वारा मंदिरों का निर्माण करवाया गया।
- (ख) समाज में पुरोहितो के रूप में ब्राह्मणों का महत्व बढ़ता गया।
- (ग) ब्राह्मणों एवं उनके संरक्षकों के बीच नया ओजपूर्ण सम्बन्ध कायम हुआ। नए शासक प्रतिष्ठा की चाह में थे।
- (घ) भक्ति की अवधारणा का उद्भव हुआ।
- (ङ) उपमहाद्वीप में कुरान की शिक्षा और मुस्लिम धर्म का आगमन हुआ।
Q5.) अल-बेरुनी पर टिप्पणी लिखें।
उत्तर:- इतिहासकार अल-बेरुनी को खगोल, भूगोल दर्शन सहित कई विद्याओं में महारत हासिल थी। उसकी पुस्तक तहकीक-ए-हिंद मध्यकाल की अत्यंत महत्वपूर्ण कृति मानी जाती है। मध्य एशिया में जन्मे अल-बेरुनी ने कई वर्षों तक भारत में रहकर भारतीय साहित्य का अध्ययन किया। उन्हें पुराणों का अध्ययन करनेवाला प्रथम मुसलमान माना जाता है। अपनी पुस्तक में उसने कई बार भगवद् गीता, विष्णु पुराण व वायु पुराण को उद्धृत किया है। उसने उस समय भारतीय समाज में प्रचलित धार्मिक रीति-रिवाज, पूजा-पाठ, दान, तीर्थयात्रा और यज्ञों का भी वर्णन किया है