Tw Smart Classes | Jac Board Class 7 Science Chapter 1 Notes | Jac Board class 7 science chapter 1 पादपों में पोषण Hindi Medium | Jac Board Solutions Class 7 science | Class 7 science chapter 1 पादपों में पोषण
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Jac Board Class 7 Science Chapter 1 Notes
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Jac Board Class 7 Science Chapter 1 पादपों में पोषण Notes
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कक्षा | 7th |
विषय | विज्ञान |
अध्याय | 1 |
अध्याय का नाम | पादपों में पोषण |
पाठ्यक्रम का प्रकार | JAC Board |
माध्यम | हिंदी |
शैक्षणिक वर्ष | 2024 – 25 |
समाधान का प्रारूप | पीडीएफ / ऑनलाइन |
समाधान की भाषा | हिंदी |
मूल्य | निःशुल्क |
Jac Board Class 7 Science Chapter 1: पादपों में पोषण
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अध्याय 1 : पादपों में पोषण ( Nutrition in Plants )
अतिलघु/लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
Q1.) परजीवी एवं मृतजीवी में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर-परजीवी एवं मृतजीवी में अंतर:-
परजीवी | मृतजीवी |
जंतु अन्य जीवित जंतुओं के शरीर से अपना भोजन प्राप्त करते हैं, उन्हें परजीवी कहते हैं। जैसे- जोंक, फीताकृमि, गोलकृमि । | वैसे जीव जो किसी मृत एवं विघटित जैविक पदार्थों से पोषक तत्व प्राप्त करते हैं उन्हें मृतजीवी कहते है | |
Q2.)आप पत्ती में स्टार्च की उपस्थिति का परीक्षण कैसे करेंगे ?
उत्तर:-
- (a) पत्तियों पर आयोडीन विलयन की बूँदें गिराकर हम मंड की उपस्थिति का परीक्षण कर सकते हैं।
- (b) जब आयोडीन मंड (स्टार्च) के संपर्क में आता है, तो एक गहरा नीला रंग नजर आता है।
Q3.) वृक्षारोपण क्यों जरूरी है ?
उत्तर:- वृक्षारोपण से वायुमंडल में उपस्थित ऑक्सीजन तथा कार्बनडा इऑक्साइड गैस की मात्रा को संतुलित बनाए रखता है।
Q4.) प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया को एक समीकरण द्वारा दर्शाएँ।
उत्तर:-
Q5.) किसान अपने खेतों में रासायनिक उर्वरक क्यों मिलाते हैं ?
उत्तर:- रासायनिक उर्वरक से मिट्टी की खोई हुई पोषक तत्व खेतों को पुनः मिल जाती है।
Q6.)भोजन के घटक तत्वों के नाम लिखें।
उत्तर:- भोजन के घटक तत्वों के नाम क्रमशः कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज एवं जल हैं।
Q7.)जीवित प्राणियों को ऊर्जा की आवश्यकता क्यों होती है ?
उत्तर:– सभी जीवित प्राणियों को विविध गतिविधियों जैसे शरीर की वृद्धि शरीर के टूटी-फूटी कोशिकाओं की मरम्मत एवं जैविक प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक पदार्थों की आपूर्ति के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
Q8.) पोषक तत्व हमारे लिए क्यों जरूरी है ?
उत्तर:– पोषक तत्व हमारे शरीर के विभिन्न कार्यों को करने के लिए बहुत आवश्यक हैं।
Q9.) पौधों में भोजन का उत्पादन कहाँ होता है ?
उत्तर:- पौधों में भोजन का उत्पादन (संश्लेषण) हरी पत्तियों में होता है।
Q10.) ‘भोजन उत्पादन का कारखाना’ किसे कहते हैं ?
उत्तर:- ‘भोजन उत्पादन का कारखाना’ हरी पत्तियों को कहते हैं।
Q11.) प्रकाश-संश्लेषण के लिए किन कच्चे पदार्थों की आवश्यकता होती है ?
उत्तर:- प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक कच्चे पदार्थ-
- (a) क्लोरोफिल वर्णक, जो पौधे की हरी पत्तियों में पाई जाती है।
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड, जो वायु में उपस्थित होता है।
- (c) जल एवं खनिज, जो मिट्टी से पौधों के जड़ (मूल) द्वारा अवशोषित किए जाते हैं एवं सूर्य का प्रकाश भी पौधे के लिए अनिवार्य है।
Q12.) प्रकाश संश्लेषण क्या है ?
उत्तर:– हरे पौधों द्वारा सूर्य प्रकाश की उपस्थिति में क्लोरोफिल, कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल का उपयोग कर भोजन (मुख्यतः ग्लूकोज जो एक कार्बोहाइड्रेट या शर्करा है) बनाने और ऑक्सीजन को छोड़ने (निर्मुक्त) की प्रक्रिया को प्रकाश संश्लेषण कहते हैं।
Q13.) पौधे कार्बन डाइऑक्साइड कहाँ से प्राप्त करते हैं ?
उत्तर:- पौधे वायु से कार्बन डाइऑक्साइड प्राप्त करते हैं।
Q14.) जल और खनिज पत्तियों तक कैसे पहुँचते हैं ?
उत्तर:- वाहिकाओं द्वारा।
Q15.) क्या हरे रंग के अलावा लाल, भूरे अथवा अन्य रंग की पत्तियों में भी प्रकाश संश्लेषण होता है ?
उत्तर:– हरी पत्तियों के अतिरिक्त अन्य वर्ण (रंग) की पत्तियों में भी क्लोरोफिल होता है। परन्तु इन पत्तियों में उपस्थित लाल, भूरे अथवा अन्य वर्णक क्लोरोफिल के हरे रंग को ढंक लेते हैं। इन पत्तियों में भी प्रकाश संश्लेषण होता है।
16.) शैवाल क्या है ?
उत्तर:- गीली दीवारों पर, तालाब अथवा ठहरे हुए जल की सतह पर, हरे रंग की चिकनी सतह के तंतु के आकार वाले पौधे होते हैं। इन्हें शैवाल कहते हैं।
Q17.) पोषण किसे कहते हैं ?
उत्तर:- सजीवों द्वारा भोजन ग्रहण करने एवं इसके उपयोग की विधि को पोषण कहते हैं।
Q18.) स्वपोषण किसे कहते हैं ?
उत्तर:- वह विधि जिसमें सजीव अपना भोजन स्वयं संश्लेषित करते हैं, स्वपोषण कहलाता है। ऐसे जीव जो इस विधि से अपना भोजन ग्रहण करते हैं उन्हें स्वपोषी कहते हैं।
Q19.) कौन-से पौधे विषमपोषी होते हैं ?
उत्तर:– कुछ पौधे ऐसे भी हैं, जिनमें क्लोरोफिल नहीं पाया जाता है। वे अपना भोजन स्वयं संश्लेषित नहीं कर सकते। वे अपने भोजन के लिए अन्य पौधों द्वारा बनाए गए भोजन पर निर्भर होते हैं। वे विषमपोषी पौधे होते हैं।
Q20.) परजीवी पोषण किसे कहते हैं ?
उत्तर:- पोषण की वह विधि जिसमें प्राणी अपना भोजन अन्य जीवित प्राणियों के शरीर से प्राप्त करते हैं, परजीवी पोषण कहलाता है। इस प्रकार से भोजन प्राप्त करने वाले जीव को परजीवी कहते हैं।
Q21.) मृतजीवी पोषण क्या है ? उदाहरण दें।
उत्तर:- पोषण की विधि जिसमें प्राणी अपना भोजन मृत एवं विघटित जैविक पदार्थों से प्राप्त करते हैं, मृतजीवी पोषण कहलाता है। फफूँद तथा कुकुरमुत्ता या मशरूम जो कवकों के प्रकार हैं, मृतजीवी पोषण के उदाहरण हैं।
Q22.)कीटभक्षी पौधा किसे कहते हैं ?
उत्तर:- ऐसे पौधे जो कीटों को अपने भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं, उन्हें कीटभक्षी पौधा कहते हैं।
Q23.) लाइकेन क्या है ? वर्णन करें।
उत्तर:- कवक और शैवाल का सहजीवी संबंध लाइकेन कहलाता है। कवक वायु से नमी सोखकर शैवाल को देता है और शैवाल भोजन बनाता है जो कवक को भी मिलता है। इस प्रकार के संबंध को सहजीविता कहते हैं।
Q24.) पौधे नाइट्रोजन को किस रूप में ग्रहण करते हैं ?
उत्तर:- विलय पदार्थों के रूप में अवशोषित करते हैं।
Q25.) नाइट्रोजन स्थिरीकरण क्या है ?
उत्तर:- वायुमण्डल की नाइट्रोजन को सोखकर पौधों को प्रदान करने अथवा मिट्टी में जमा करने की क्रिया को नाइट्रोजन स्थिरीकरण कहते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
Q1.) प्राकृतिक विधि द्वारा मिट्टी में पोषक तत्व के पुनः पूर्ति का उल्लेख करें।
उत्तर:- मृदा में पोषक तत्वों का पुनः स्थापन सामान्यतः प्राकृतिक विधि से होता रहता है। पौधों को प्रोटीन बनाने के लिए नाइट्रोजन की। आवश्यकता होती है। फसल कटाई के बाद मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी हो जाती है। यद्यपि वायु में नाइट्रोजन गैस प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होती है परन्तु, पौधे स्वतंत्र नाइट्रोजन का उपयोग करने में असमर्थ होते हैं। पौधे नाइट्रोजन को विलेय रूप (जल में घुलनशील नाइट्रोजन यौगिक के रूप) में ही अवशोषित कर सकते हैं।
कुछ जीवाणु वायुमंडलीय नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करने में सहायक होते हैं। ये वायुमंडलीय नाइट्रोजन को विलेय पदार्थों के रूप में अवशोषित कर देते हैं। राइजोबियम ऐसा ही एक जीवाणु है।
Q2.) एक प्रयोग द्वारा साबित करें कि सूर्य का प्रकाश पौधे के लिए जरूरी है।
उत्तर:- प्रयोग- मिट्टी सहित दो गमला लिया। दोनों गमले में एक तरह के पौधे लगाया। एक गमले को कक्षा के अन्दर रखा। दूसरे गमले को कक्षा के बाहर रखा। 5-7 दिन के बाद दोनों पौधों में हमने अंतर देखा। छाया में रखा पौधा मुर्झा गया जबकि खुले में रखे गए गमले का पौधा हरा-भरा है। ऐसा क्यों हुआ ? पौधा सूर्य प्रकाश की उपलब्धता के कारण स्वस्थ पाया गया। प्रकाश-संश्लेषण के लिए सूर्य के प्रकाश की महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
Q3.) प्रयोग द्वारा साबित करें कि प्रकाश संश्लेषण के लिए क्लोरोफिल की आवश्यकता होती है।
उत्तर:- प्रयोग- क्रोटन या कोलियस की चित्तीदार पत्ती को तोड़ते हैं। इस पत्ती को बीकर में डालकर कुछ देर उबालते हैं। फिर इस पत्ती को एल्कोहल वाले बीकर में डालते हैं। एल्कोहल वाले बीकर को वाटर बाथ में रखकर उबालते है। पत्ती में मौजूद हरा वर्णक क्लोरोफिल पत्ती से निकलकर ऐल्कोहल में घुल जाता है। रंगहीन पत्ती को पानी में अच्छी तरह से धोते हैं। पत्ती को पेट्रीडिश में रखकर आयोडीन की कुछ बूँदें डालते हैं। हम देखते हैं कि हरी पत्तियों वाला भाग गाढ़े, नीले रंग का हो जाता है परन्तु सफेद पत्तियों वाला भाग नीला नहीं होता है। इसका अर्थ है कि सफेद पत्तियों वाले भाग में क्लोरोफिल वर्णक उपस्थित होने के कारण, उस भाग में न तो प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया हुई न स्टार्च (मंड) का निर्माण हुआ।
इससे स्पष्ट है कि प्रकाश संश्लेषण के लिए क्लोरोफिल की आवश्यकता होती है।
Q4.) प्रकाश संश्लेषण का क्या महत्व है ? वायुमंडल में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन कैसे बना रहता है ?
उत्तर:- यदि प्रकाश संश्लेषण नहीं होगा तो सभी प्राणियों को खाद्य पदार्थ उपलब्ध नहीं होगा। ऐसी स्थिति में पृथ्वी पर पाए जाने वाले समस्त जीव नष्ट हो जाएँगे क्योंकि सभी जीवों का अस्तित्व प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से पौधों द्वारा मिर्मित भोजन पर ही निर्भर करता है।
भोजन के अतिरिक्त सभी जीवों के लिए परमावश्यक ऑक्सीजन भी प्रकाश संश्लेषण के दौरान निर्मित होता है। यह प्रक्रिया वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन के संतुलन को बनाए रखता है।